कर्नल सीके नायडू ट्रॉफी में खराब अंपायरिंग देखने को मिली। आपको बता दे कि बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में कर्नाटक और उत्तर प्रदेश के बीच मैच खेल के पहले दिन मैदानी अंपायर ने काफी खराब अंपायरिंग की। इस वजह से सोशल मीडिया पर उनकी काफी आलोचना हो रही है। मैच के पहले दिन कर्नाटक के सलामी बल्लेबाज प्रखर चतुर्वेदी को ऑन-फील्ड अंपायर ने कैच आउट दे दिया, जबकि विकेटकीपर आराध्य यादव ने स्पष्ट रूप से गेंद मैदान पर गिरा दी थी।
खराब अंपायरिंग की घटना पहले सेशन में हुआ जब प्रखर चतुवेर्दी ने तेज गेंदबाज शुभम मिश्रा द्वारा फेंकी गई लेग साइड की एक वाइड गेंद को मारने की कोशिश की। विकेटकीपर यादव ने अपनी बाईं ओर छलांग लगाई और गेंद को पकड़ लिया लेकिन जमीन पर गिरने के बाद वह उस पर कंट्रोल खो बैठे। इस वजह से कैच छूट गयी। इसके बाद यादव ने गेंद को तुरंत उठाया और अपील की, गेंद स्पष्ट रूप से उनके ग्लव्स से बाहर निकल गई। अंपायर को कैच और ड्रॉप साफ दिख रहा था लेकिन फिर भी उसने अपनी उंगली उठाई और आउट दे दिया।
इसके बावजूद चतुर्वेदी को 33(69) रन पर वापस जाना पड़ा और मैच अधिकारियों ने उन्हें वापस नहीं बुलाया, जबकि रीप्ले में पता चला कि कैच सफाई से नहीं लिया गया था। क्रिकेट के नियम कहते हैं कि गेंद को पकड़ने के बाद फील्डर को कैच पर कंट्रोल रखना होता है और उसे जमीन को बिल्कुल भी नहीं छूना चाहिए। हालांकि इस मैच में स्पष्ट रूप से ऐसा नहीं था और आउट होने का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और फैंस लौ स्टैंडर्ड अंपायरिंग की आलोचना कर रहे है।Level of Umpiring in our Domestic circuit.🥲 @JayShah @BCCIdomestic pic.twitter.com/GFDeqa9Tey
— Ankit (@ankit_bhadu_) March 12, 2024
चतुर्वेदी ने दूसरी पारी में सनसनीखेज पारी खेली और विपक्षी टीम को दबाव में ला दिया। सीओएल सीके नायडू ट्रॉफी मैच के दूसरी पारी में सलामी बल्लेबाज ने 143 गेंदों पर 9 चौको और 3 छक्कों की मदद से 86 रन बनाए।
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