सरफराज खान को न चुनना घरेलू क्रिकेट को एक गाली है', पूर्व चयनकर्ता ने ट्वीट कर BCCI पर निकाली भड़ास


सरफराज खान ने 17 जनवरी को दिल्ली के खिलाफ खेले जा रहे मैच में एक और शतक लगा दिया। इस तरह से शतक लगाना अब बल्लेबाज सरफराज के लिए कोई नई बात नहीं है, अब तो ये उनकी आदत बन गई है। सरफराज का न सिर्फ हालिया प्रदर्शन, बल्कि पिछले कई सीजनों का प्रदर्शन कमाल का रहा है। उन्होंने पिछले कुछ सालों में निरन्तर रन बनाए हैं। इसके बावजूद जब भी टेस्ट क्रिकेट के लिए टीम इंडिया की घोषणा की जाती है, हर बार निराशा ही उनके हाथ लगती है। 

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाली टेस्ट सीरीज के पहले 2 टेस्ट मैचों के लिए टीम इंडिया की घोषणा भी की जा चुकी है। इस टीम में हालांकि ईशान किशन और सूर्यकुमार यादव को पहली बार टेस्ट स्क्वॉड में जगह दी गई है। लेकिन हैरानी की बात है कि सरफराज खान को हर बार की तरह इस बार भी नजरअंदाज कर दिया गया है। 

घरेलू क्रिकेट के बड़े बल्लेबाज सरफराज को अच्छे प्रदर्शन के बावजूद उन्हें लगातार नजरअंदाज किया जाना खेल प्रेमियों और खेल विशेषज्ञों को पसंद नहीं आ रहा, उन्होंने सरफराज खान को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए न चुने जाने के लिए चयनकर्ताओं की आलोचना की है। पूर्व चयनकर्ता और क्रिकेटर वेंकटेश प्रसाद ने भी उन्हें न चुनने के निर्णय पर ट्वीट कर अपने गुस्से का इजहार किया। 

वेंकटेश ने ट्वीट कर दी अपनी प्रतिक्रिया 

अपने ट्वीट में वेंकटेश प्रसाद ने लिखा कि "3 ब्लॉकबस्टर घरेलू सीजन के बावजूद टेस्ट टीम में उनका न होना न केवल सरफराज खान के लिए गलत है, बल्कि यह घरेलू क्रिकेट के लिए भी एक तरह की गाली है, ऐसा लगता है कि जैसे कि यह मंच (घरेलू क्रिकेट) कोई मायने ही नहीं रखता। वह रन बनाने के लिए पूरी तरह से फिट है, और जहां तक शरीर के वजन की बात है, तो कई ऐसे और भी खिलाड़ी हैं जिनका वजन उनसे भी कई किलो अधिक है।"

सरफराज का करियर रिकॉर्ड

इस साल रणजी ट्रॉफी में दिल्ली के खिलाफ इस मैच में 125 रन की शतकीय पारी खेलने वाले सरफराज ने इससे पहले इस रणजी सत्र में हैदराबाद के खिलाफ 126* रन की नाबाद पारी और तमिलनाडु के खिलाफ 162 रनों की शानदार पारी खेली थी। उनका ये प्रदर्शन उनकी जबरदस्त फॉर्म को दर्शाता है। 

अपने प्रथम श्रेणी करियर में 36 मैचों की 52 पारियों में 10 बार नॉट आउट रहते हुए 301* रन के सर्वश्रेष्ठ स्कोर के साथ 3380 रन बनाए हैं, जिसमें 12 शतक और 9 अर्धशतक शामिल हैं, इस दौरान उनका औसत अविश्वनीय रूप से 80.47 का रहा है। उनके घरेलू क्रिकेट के इस शानदार रिकॉर्ड के कारण उनकी तुलना महान बल्लेबाज ब्रेडमैन से की जाती है। 

0/Post a Comment/Comments