IPL 2022 : ‘अब पोलार्ड नहीं रह गया पहले जैसा खिलाड़ी’, मुंबई की नैय्या डुबोने पर जमकर बरसा पूर्व भारतीय दिग्गज


इंडियन प्रीमियर लीग ( IPL 2022) में मुंबई इंडियंस ( MUMBAI INDIANS) के खिलाडी किरोन पोलार्ड ( KIERON POLLARD) जोकि एक बेहेतरीन विस्फोटक खिलाडी गिने जाते हैं। इस आईपीएल सीजन अनके बल्ले से ना तो ज्यादा रन निकले हैं और ना ही गेंजाबाजी में खास कमाल दिखाया है।

\साथ ही आईपीएल सीजन के बीच में उन्होंने इटरनेशनल मैंच से भी संयास ले लिया है। किरोन पोलार्ड भारतीय क्रिकेट लींग की सबसे सफल टींम मुंबई इंडियंस के काफी महत्वपुर्ण खिलाडी हैं। किरोन पोलार्ड ( Kieron Pollard)  ने रोहित शर्मा की गैर मौजूदगी में टींम की कप्तानी भी की है। जिसके बाद अब इस सीजन में अपने प्रदर्शन से निराश कर रही टींम मुंबई इंडियंस और उनके खिलाडियों की आलोचना के बाद भारतीय क्रिकेट के पूर्व खिलाड़ियों ने कहा है कि अब कीरोन पोलार्ड वो पहले वाले खिलाड़ी नहीं रह गए है।

वसीम जाफऱ ने जमकर की पोलार्ड की आलोचना

वेस्टइंडीज टींम के पूर्व खिलाड़ी किरोन पोलार्ड ( Kieron Pollard)  जोकि इस साल बिल्कुल भी फार्म में नजर नहीं आए हैं। उनके विषय में भारतीय टींम के पूर्व खिलाडी वसीम जाफर ( Wasim Jaffer) और दीपदास गुप्ता ( Deep Dasgupta) नें खिलाड़ी की जमकर आलोचना की है। वसीम जाफऱ ने कहा कि अब,

“वो ( किरोन पोलार्ड ) वैसे खिलाडी नहीं हैं। जैसे वो कुछ सालों पहले हुआ करते थे। किरोन पोलार्ड आखिरी ओवर्स में रन नहीं बना पा रहें हैं, जोकि उनसे उम्मीद की जाती है। किरोन पोलार्ड आईपीएल के हर एक मैंच में एक ही प्लान के साथ उतर रहें हैं। साथ ही गेंदबाजों पर हावी होते भी नजर नहीं आ रहें हैं। जोकि खिलाड़ी के लगातार फ्लाप होने का कारण भी है”।

पोलार्ड नहीं कर रहें हैं स्वीप और स्कूप शॉट लगाने का प्रयास

वसीम जाफऱ ( Wasim Jaffer) ने आगे अपनी बातचीत में कहा कि “पोलार्ड निश्चित तौर पर ही वो खिलाडी नहीं है जो वो पहले थे। अगर आप 2021 का उनका प्रदर्शन देखें तो वो ठीक था, लेकिन बहुत अच्छा नहीं। खिलाडी की बल्लेबाजी पोजिशन की बात करें तो वो छोटी थी, लेकिन उपयोगी भी थी। लेकिन इस सीजन वो इसे निभा नहीं पा रहें हैं। उनके बल्ले से ज्यादा रन नहीं निकले है और स्ट्राइक रेट भी 107 के आस पास है। पोलार्ड स्वीप और स्कूप शॉट लगाने की कोशिश नहीं कर रहें हैं। वो अपनी तय योजना के मुताबिक खेल रहें हैं। लेकिन अब गेंदबाजों पर हावी होना होता है, जोकि बल्लेबाज कर रहें हैं। अंतिम जो 20 गेंदें मिलती है उसमें 35-40 रन बनाने चाहिए”।

दीपदास गुप्ता ने को आई हार्दिक पांड्या की याद

दीपदास गुप्ता ( Deep Dasgupta) ने अपनी बातचीत में कहा कि “पिछले साल तक मैंच को खत्म करने का जिम्मेदारी किरोन पोलार्ड और हार्दिक पांड्या की थी। इस साल पोलार्ड के पास ऐसा कोई साथी नहीं है, वो अकेले दबाव ले रहें हैं। पिछले मैचों में टिम डेविड के रूम में उन्हें एक अच्छा खिलाड़ी मिला है, जोकि इस रोल को निभा सकता है।


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