दुनिया का इकलौता खिलाड़ी जिसने सिर्फ 21 मिनट और 27 गेंदो में जड़ा है सबसे तेज शतक, गेल, डिविलयर्स आस-पास भी नही

 


क्रिकेट में जब भी सबसे तेज शतक की बात होती है तो लोग अक्सर कम गेंदों में बनाए गए शतकों का जिक्र करते हैं, लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि सबसे कम समय में शतक बनाने का रिकॉर्ड किस खिलाड़ी के नाम है। अक्सर लोगों को क्रिस गेल या एबी डिविलयर्स का नाम याद आता हैं। हालाँकि वो पूरी तरह से सही नहीं हैं। क्योंकि यह कीर्तिमान इंग्लैंड के खिलाइड के नाम पर दर्ज है। जिन्होंने 32 साल पहले यह उपलब्धि हासिल की थी।

ग्लेन चैपल ने लगाया था सबसे कम समय में शतक

दरअसल ये खिलाड़ी कोई और नहीं बल्कि इंग्लैंड के ग्लेन टर्नर हैं। लैंकशायर के लिए खेलने वाले चैपल ने 15 जुलाई 1993 को ग्लेमोर्गन के खिलाफ यह उपलब्धि हासिल की थी। जब वो दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने उतरी तो उन्हें टीम ने अचानक से पारी की शुरुआत करने के लिए भेजा गया।

उन्होंने ओपनिंग में आते ही पहली गेंद से गेंदबाजों पर प्रहार शुरू कर दिया। उनके सामने जो भी आया उन्होंने किसी को भी नहीं छोड़ा। उस दिन ऐसा लग रहा था कि वो किसी ख़ास मिशन में निकले हुए हैं।

27 गेंदों में पूरा किया था शतक

चैपल ने उस पारी में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए शतक जड़ दिया। उन्होंने सिर्फ़ 21 मिनट और 27 गेंदों में सेंचुरी पूरी की थी। उनकी पारी में 10 चौके और 9 छक्के शामिल थे। टाइम के लिहाज से, यह फर्स्ट क्लास क्रिकेट का सबसे तेज़ शतक है।

पिछला रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के टॉम मूडी के नाम था। जिन्होंने 1990 में ग्लेमोर्गन की ओर से वार्विकशायर के खिलाफ खेलते हुए सिर्फ़ 26 मिनट में शतक जड़ा था। चैपल ने उनका रिकॉर्ड तोड़कर नया इतिहास रच दिया।

बर्बाद गया चैपल का शतक

लैंकशायर ने पहली पारी में 310 रन बनाए। जवाब में, ग्लेमोर्गन ने 303 रनों पर पारी घोषित कर दी, जिससे लंकाशायर को केवल 7 रनों की बढ़त मिली। इसके बाद चैपल की विस्फोटक पारी की बदौलत लंकाशायर ने केवल 12 ओवर में 235 रन बनाकर पारी घोषित कर दी।

ग्लेमोर्गन को जीत के लिए 243 रनों की ज़रूरत थी, जो उन्होंने सिर्फ़ 52.1 ओवर में हासिल कर लिया। इस दौरान उन्होंने तीन विकेट गंवा दिए। चैपल के धमाकेदार शतक से टीम को कोई फ़ायदा नहीं हुआ, लेकिन यह पारी क्रिकेट इतिहास में हमेशा के लिए दर्ज हो गई।

डेब्यू मुकाबले में ही चोटिल होकर बाहर हुए चैपल

ग्लेन चैपल का घरेलू करियर शानदार रहा, लेकिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में किस्मत ने उनका साथ नहीं दिया। उन्होंने 2006 में इंग्लैंड के लिए अपना वनडे डेब्यू किया, लेकिन उसी मैच में चोटिल हो गए। उन्हें सिर्फ चार ओवर गेंदबाजी करने के बाद मैदान छोड़ना पड़ा और इसके बाद उन्हें कभी भी इंग्लैंड टीम की जर्सी पहनने का मौका नहीं मिला।

चैपल का रिकॉर्ड 32 साल बाद भी कायम है। आज के तेज़-तर्रार क्रिकेट और टी20 के दौर में भी किसी खिलाड़ी ने इतने कम समय में शतक नहीं लगाया है। यही वजह है कि क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह पारी किसी महान पारी से कम नहीं मानी जाती।

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