यशस्वी जायसवाल ने लिया यू-टर्न, अब गोवा ना जाकर मुंबई के लिए ही खेलेंगे डोमेस्टिक क्रिकेट

 


भारतीय क्रिकेट टीम के सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने मुंबई से गोवा जाने के अपने फैसले पर पलटी मार ली है। जी हां, जायसवाल ने अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) मांगे जाने के एक महीने बाद, ही यू-टर्न ले लिया है और अब वो मुंबई के लिए ही घरेलू क्रिकेट खेलना जारी रखेंगे। 23 वर्षीय इस खिलाड़ी ने अब मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (एमसीए) को अपना एनओसी वापस लेने के लिए एक ईमेल लिखा है और कहा है कि वो अगले घरेलू सत्र के लिए मुंबई का प्रतिनिधित्व करने के लिए उपलब्ध हैं।

जायसवाल ने एमसीए को लिखे ईमेल में लिखा, "मैं, नीचे हस्ताक्षरकर्ता, आपसे अनुरोध करता हूं कि मुझे दिए गए एनओसी को वापस लेने के मेरे अनुरोध पर विचार करें क्योंकि मेरे पास गोवा जाने की कुछ पारिवारिक योजनाएं थीं, जिन्हें फिलहाल रोक दिया गया है। इसलिए मैं ईमानदारी से एमसीए से अनुरोध करता हूं कि मुझे इस सीजन में मुंबई के लिए खेलने की अनुमति दी जाए। मैंने बीसीसीआई या गोवा क्रिकेट एसोसिएशन को एनओसी नहीं सौंपी है।"

हालांकि, जायससवाल के इस फैसले पर एमसीए ने अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया है। अप्रैल में, जायसवाल ने गोवा जाने के लिए एनओसी मांगकर एमसीए अधिकारियों को आश्चर्यचकित कर दिया था। जायसवाल ने आधार बदलने के पीछे व्यक्तिगत कारणों का हवाला दिया था। गोवा ने रणजी ट्रॉफी के नॉक-आउट चरण के लिए क्वालीफाई किया था। अगर जायसवाल गोवा का प्रतिनिधित्व करने की अपनी योजना पर आगे बढ़ते, तो वो अर्जुन तेंदुलकर और सिद्धेश लाड जैसे खिलाड़ियों को लीड करते।

जायसवाल ने अपने टेस्ट करियर की शानदार शुरुआत की है और ऑस्ट्रेलिया में पिछली बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज़ के दौरान शतक और दो अर्धशतक के साथ सर्वश्रेष्ठ भारतीय बल्लेबाज थे। जायसवाल ने कहा कि गोवा के साथ नेतृत्व की भूमिका मिलना इस बदलाव का कारण था। उन्होंने कहा, “गोवा ने मुझे एक नया अवसर दिया है और मुझे नेतृत्व की भूमिका दी है। मेरा पहला लक्ष्य भारत के लिए अच्छा प्रदर्शन करना होगा और जब भी मैं राष्ट्रीय कर्तव्य पर नहीं रहूंगा, मैं गोवा के लिए खेलूंगा और उन्हें टूर्नामेंट में आगे बढ़ाने की कोशिश करूंगा। ये एक (महत्वपूर्ण) अवसर था जो मेरे पास आया और मैंने इसे स्वीकार कर लिया।”

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