चैंपियंस ट्रॉफी के बीच फैंस को मिली खुशखबरी, साढ़े तीन साल बाद तिहाड़ जेल से रिहा हुआ भारतीय खिलाड़ी

 


Sushil Kumar: चैंपियंस ट्रॉफी के बीच एक बड़ी खबर सामने आ रही है। दिल्ली उच्च न्यायालय ने ओलंपिक पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार को साढ़े तीन साल से अधिक समय तक तिहाड़ जेल में रहने के बाद जमानत दे दी है। बता दें कि सुशील कुमार की सागर मर्डर केस में जून 2021 में गिरफ्तारी हुई थी। जज ने सुशील कुमार (Sushil Kumar) को 50,000 रुपये के जमानत के बांड के बाद रिहाई का आदेश दिया है।

सुशील के वकील ने दिल्ली उच्च न्यायालय के सामने अपनी याचिका में तर्क दिया कि वह 3.5 साल से जेल में है और इस केस के जल्द समाप्त होने की कोई संभावना नहीं है क्योंकि अभियोजन पक्ष ने अभी 222 गवाहों में से केवल 31 से ही पूछताछ की है।

Sushil Kumar पर है हत्या का आरोप

दिल्ली के बापरोला के रहने वाले सुशील कुमार (Sushil Kumar) 2021 से अन्य आरोपियों के साथ जूनियर पहलवान सागर धनखड़ की हत्या के मुकदमे का सामना कर रहे हैं। बता दें कि कथित तौर पर सागर धनखड़ के साथ 4 मई 2021 को दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम की पार्किंग में पिटाई की गई थी, जिसकी वजह से उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई।

जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ था। जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने सुशील और उसके कुछ साथियों को गिरफ्तार कर लिया था। उसके बाद दिल्ली की रोहिणी कोर्ट ने 12 अक्टूबर 2022 को सुशील कुमार और 17 अन्य लोगों के खिलाफ हत्या के आरोप तय किए थे।

Sushil Kumar ने करवाया था हमला

पुलिस जांच में पता चला कि सागर और उसके दोस्तों को दिल्ली में दो अलग-अलग जगहों से अपहरण कर स्टेडियम में लाया गया था, जिसके बाद गेट को अंदर से बंद कर दिया गया और सिक्योरिटी गार्ड को जाने के लिए कहा। दिल्ली पुलिस की चार्टशीट के मुताबिक पहलवान सुशील कुमार (Sushil Kumar) के कहने पर सागर को बेरहमी से पीटा गया। सुशील के बॉडीगार्ड अनिल धीमान ने पुलिस को बताया कि हमने उन्हें लाठी, डंडे, हॉकी स्टिक और बेसबॉल बैट से पीटा है, क्योंकि सुशील ने हमसे ऐसा ही करने को कहा था। बता दें कि हत्याकांड के बाद सुशील फरार हो गए थे।

पुलिस ने उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया और उन पर 1 लाख रुपये इनाम भी घोषित किया था। करीब 17 दिन फरार रहने के बाद 23 मई 2021 को उन्हें दिल्ली के मुंडका इलाके से गिरफ्तार किया गया था।

ओलंपिक पदक विजेता है Sushil Kumar

साउथ वेस्ट दिल्ली के बापरोला गांव में जन्मे सुशील कुमार (Sushil Kumar) ने न सिर्फ अपने राज्य को बल्कि पूरे भारत को प्रेरित कर कुश्ती के नाम को ऊंचा किया था। अपने भाई और पिता को देखकर ही उन्होंने पहलवानी में कदम रखे थे। सुशील का एथलेटिक करियर शानदार रहा है, उन्होंने 2008 में बीजिंग ओलंपिक में कांस्य पदक और 2012 लंदन ओलंपिक में रजत पदक जीता था।

ओलंपिक में लगातार दो मेडल जीतने वाले वह पहले भारतीय थे। सुशील के अर्जुन अवॉर्ड, राजीव गांँधी खेल रत्न अवॉर्ड और पद्मश्री अवॉर्ड से नवाजा जा चुका है।

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