“उसने दो वर्ल्ड कप जिताए हैं” कोहली-गंभीर विवाद में कूद पड़े मनोज तिवारी, बीसीसीआई से सख्त एक्शन लेने के लिए की बात कही

 


Virat Kohli Gautam Gambhir: बीते दिन लखनऊ सुपर जायंट्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (LSG vs RCB) के बीच मुकाबले में जमकर बवाल हुआ। दरअसल मैच के बाद विराट कोहली और LSG के कोच गौतम गंभीर के बीच मैदान पर तनातनी देखने को मिली। मैच के बाद गौतम गंभीर (Virat Kohli Gautam Gambhir) गुस्से से तिलमिलाए विराट कोहली से भिड़ गए। वहीं इसी बीच पूरे मामले पर टीम इंडिया के क्रिकेटर मनोज तिवारी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने बीसीसीआई से पूरे मसले पर को संज्ञान में लेने और उचित कारवाई करने की भी बात कही है।

कोहली-गंभीर की हुई थी टक्कर

लखनऊ के इकाना स्टेडियम में बीते दिन लखनऊ सुपर जायंट्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (LSG vs RCB) के बीच मुकाबले के दौरान कुछ ऐसा हुआ जिसने क्रिकेट को शर्मसार कर दिया। दरअसल मैच के दौरान विराट कोहली (Virat Kohli) की लखनऊ के खिलाड़ी नवीन उल हक (Naveen-ul-Haq) और अमित मिश्रा से कहासुनी हो गई। इसी बात को लेकर मैच के बाद गौतम गंभीर (Virat Kohli Gautam Gambhir) गुस्से से तिलमिलाए विराट कोहली से भिड़ गए। हालांकि साफ दिख रहा था कि विराट गंभीर को आराम से मामला समझाने की कोशिश कर रहे थे मगर गंभीर का गुस्सा शांत होने का नाम ही नहीं ले रहा था।

“बीसीसीआई को दखल देना चाहिए”

विराट कोहली और गौतम गंभीर (Virat Kohli Gautam Gambhir) दोनों ही अपने आक्रामक रवैये के लिए जाने जाते हैं। मैदान पर दोनों खुलकर अपनी भावनाओं को व्यक्त भी करते हैं। ऐसे में कल जब इन दोनों की आपस में भिड़ंत हुई तब मामला हदें पार कर गया। दोनों आचार संहिता के उल्लंघन के दोषी पाए गए। मैच रेफ्री ने दोनों खिलाड़ियों के उपर 100 फिसदी मैच फीस का जुर्माना लगाया। इसी बीच पूरे मामले पर टीम इंडिया के मनोज तिवारी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने बीसीसीआई से पूरे मसले पर को संज्ञान में लेने और उचित कारवाई करने की भी बात कही है। जियो सिनेमा से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा,

बीसीसीआई को दखल देना चाहिए। यह सुखद दृश्य नहीं है, खासकर जब आप इतने बड़े खिलाड़ी हैं तो आपको ऐसी चीजें नहीं करनी चाहिए। आईपीएल दुनिया के सबसे लोकप्रिय टूर्नामेंटों में से एक है, इसे बहुत सारे लोग देखते हैं, खासकर युवा। बहुत सारे युवा विराट कोहली जैसा बनना चाहते हैं। इसलिए, इस तरह की झड़पों के मूल कारण का पता लगाना महत्वपूर्ण है। स्वस्थ प्रतिस्पर्धा खेल के लिए अच्छी है लेकिन इस तरह की घटनाएं नहीं।”

“यह जारी नहीं रह सकता। ये दोनों लेजेंड खिलाड़ी हैं। जब आइकन क्रिकेट छोड़ देते हैं, तो लोग उन्हें अन्य चीजों के बजाय मैदान पर उनके द्वारा किए गए कार्यों के लिए याद रखना चाहते हैं। लोग ज्यादातर गंभीर को उनकी आक्रामकता के लिए याद करेंगे, उनके दिमाग में सबसे पहले यही बात आएगी। वे भूल जाएंगे कि उन्होंने भारत को दो विश्व कप जिताने में बड़ी भूमिका निभाई है। ऐसा नहीं होना चाहिए।”

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