“अब भारतीय टीम में उसे जगह मिलना मुश्किल” वसीम जाफर ने कहा अंत की ओर है इस प्रतिभाशाली खिलाड़ी का वनडे करियर

 


भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन एकदिवसीय मैचों की सीरीज़ दूसरा वन-डे मैच विशाखापट्टनम में रविवार को खेला जाएगा। यह मुकाबला भारतीय टीम के लिए काफी महत्वपूर्ण रहने वाला है। साथ ही यह मुकाबला भारत के मध्य क्रम के बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव के लिए काफी महत्वपूर्ण रहने वाला है। जो टी20 क्रिकेट में तो नंबर 1 बल्लेबाज हैं, लेकिन एकदिवसीय क्रिकेट में अब तक अपनी गहरी छाप नहीं छोड़ पाए हैं। उनको लेकर हाल ही में भारत के पूर्व क्रिकेटर वसीम जाफर ने भी एक बडा बयान दिया है।

सूर्यकुमार यादव नहीं छोड़ पाए गहरी छाप

पहले एकदिवसीय मैच के बाद भारत के पूर्व क्रिकेटर वसीम जाफर ने क्रिकेट बेबसाइट ईएसपीएन क्रिकइंफो से बातचीत की। जहां उन्होंने गोल्डन डक पर आउट होने वाले सूर्यकुमार यादव के रूप में विशेष बात की। जहां उन्होंने सूर्यकुमार यादव को लेकर कहा “हां, सूर्यकुमार यादव यदि इस श्रृंखला में प्रदर्शन नहीं करते हैं, तो विश्व कप की टीम में जगह नहीं बना पाएंगे। उन्हें बाद में कई मैच खेलने का मौका नहीं मिलेगा, इसलिए विश्व कप टीम में उनके चयन के लिए ये दो शेष पारियां महत्वपूर्ण होंगी।”

आपको बता दें कि सूर्यकुमार यादव के लिए यह एकदिवसीय सीरीज़ में आखिरी मौका साबित हो सकती है। क्योंकि उन्हें अभी श्रेयस अय्यर के चोटिल होने के कारण एकदिवसीय टीम में जगह मिली है।

इसके पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज़ में भी उन्हें मौका मिला था। लेकिन वें वहां भी गहरी छाप नहीं छोड़ पाए थे और पहले मैच में भी वें गहरी छाप नहीं छोड़ पाए। यदि उन्हें टीम में जगह बनानी है तो उन्हें बचे हुए दो मैचों में अच्छा प्रदर्शन करना होगा।

मिचेल स्टार्क की हुई तारीफ

वसीम जाफर ने सूर्यकुमार यादव को आउट करने वाले मिचेल स्टार्क की पहले एकदिवसीय मैच में दमदार प्रदर्शन करने पर तारीफ की और कहा “मुझे नहीं लगता कि भारतीय बल्लेबाज स्टार्क के खिलाफ क्रीज पर खड़े हो पा रहे थे। 140-145 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से स्विंग होती गेंद पर खेलना कठिन होता है और अगर गेंद सही क्षेत्रों में फेंकी जाती है, खासकर बाएं हाथ के बल्लेबाज द्वारा, तो खेलना आसान नहीं है।”

वसीम जाफर ने आगे बात करते हुए आगे कहा, “मुझे लगता है कि मिचेल स्टार्क को दूसरे छोर से पर्याप्त समर्थन नहीं मिला। अगर उन्हें अन्य गेंदबाजों से कुछ समर्थन मिला होता, तो परिणाम बहुत अलग हो सकता था।”

आपको बता दें कि मिचेल स्टार्क ने पहले एकदिवसीय मैच में 9.5 ओवर में 45 रन देकर 3 विकेट झटके। यदि उन्हें किसी और गेंदबाज का साथ मिलता तो मैच का परिणाम कुछ और हो सकता था।

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