“हम यह मैच भारत से हार चुके थे, तभी….” एश्ले गार्डनर ने टीम इंडिया के तारीफों के बांधे पूल, बताया क्यों करना पड़ा भारत को हार का सामना


गुरुवार को महिला टी20 विश्व कप में भारत और आस्ट्रेलिया के बीच पहला सेमीफाइनल में मुकाबला खेला गया। इस मुकाबले में आस्ट्रेलिया की टीम ने भारतीय टीम को 5 रन से शिकस्त दे दी। इस जीत के साथ आस्ट्रेलियाई टीम ने रिकॉर्ड सातवीं बार टी20 विश्व कप के फाइनल में जगह बना ली है। वही भारतीय टीम तीसरी बार सेमीफाइनल से बाहर हो गई है।

एश्ले गार्डनर ने बल्ले और गेंद दोनों से किया बेहतरीन प्रदर्शन

मैच में आलराउंडर प्रदर्शन करने वाली एश्ले गार्डनर को मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला। उन्होंने मैच में बल्ले से 31 रन बनाए जबकि गेंदबाजी से 37 रन देकर 2 विकेट हासिल किए। उन्होंने मैच के बाद कहा कि

“जब मैच का अंतिम ओवर कर रही थी, तब मेरी दिलो की धड़कन की गति 190 से ज्यादा थी, लेकिन अंत में जीतना सुखद रहा। हम शायद जीतने की स्थिति में नहीं थे और तभी यह टीम सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करती है। जब हमारी पीठ दीवार के खिलाफ होती है, तो हमें एक रास्ता मिल जाता है और हम वास्तव में कड़ी मेहनत करते हैं और आज हमने गेंद के साथ यही किया।”

उन्होंने आगे कहा, ”मुझे लगता है कि हमने बल्ले से खेल को वास्तव में अच्छी तरह से स्थापित किया, शायद गेंद से कुछ चूके लेकिन मुझे लगता है कि हमने जो लड़ाई दिखाई वह इस टीम के चरित्र को दर्शाती है। मैं स्पष्ट थी कोई भी रन मुफ्त में नहीं देना चाहते थी। मैं बस विकेट को हिट करने की कोशिश कर रही थी और जितनी बार संभव हो स्टंप्स को खेल में रखने की कोशिश कर रही थी। पिच में समय बिताना हमेशा अच्छा लगता है, मेग के साथ भी समय बिताना काफी अच्छा लगा। वह हमेशा शांत रहती हैं और चीजों को सरल रखती हैं। इस पूरे विश्व कप में मेरी कुछ पारियों के बाद इस खेल में आने वाले आत्मविश्वास से मुझे लगता है कि मुझे उस आत्मविश्वास को अगले खेल में ले जाना होगा और फिर उम्मीद है कि फाइनल में जीत हासिल होगी।”

सातवीं बार फाइनल में बनाई जगह

इसके पहले मैच में आस्ट्रेलियाई टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। टीम ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की। उन्होंने निर्धारित 20 ओवर में 4 विकेट खोकर 172 रन बनाए। टीम की ओर से बेथ मूनी ने सर्वाधिक 54 रन बनाए। उनकी पारी में 7 चौके और 1 छक्का शामिल रहा।

वहीं भारत की ओर से हरमनप्रीत कौर ने अर्द्धशतकीय पारी खेली और 52 रन बनाए। उनका रन आउट मैच का टर्निग प्वाइंट रहा। उनके आउट होते ही भारतीय टीम इस मैच से हार हो गई। मैच के अंत में तक दीप्ती शर्मा ने लड़ाई की लेकिन टीम को मैच नहीं जीत सकी।

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