मैंने ईशान किशन को गाली दी, उसके साथ लड़ाई की…’दोहरा शतक लगाने से पहले इस बात पर एक दूसरे से लड़ पड़े थे शुभमन गिल और किशन


न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले एकदिवसीय मैच में भारत के युवा बल्लेबाज शुभमन गिल ने जादुई पारी खेलते हुए दोहरा शतक जड़ दिया. जब शुभमन गिल बल्लेबाजी कर रहे थे तो किसी को लग नही रहा था कि शुभमन दोहरे शतक तक पहुंच जाएंगे. लेकिन शुभमन ने इस पारी से अपने टेम्परामेंट और अपने क्लास का प्रदर्शन किया. मैच के बाद बात-चीत करते हुए शुभमन गिल ने कई खुलासे किए हैं, जिसमें ईशान किशन को गाली देना एक है.

शुभमन गिल और ईशान अच्छे दोस्त हैं

मैच के बाद पोस्ट मैच प्रजेंटेशन में बोलते हुए शुभमन गिल ने ईशान किशन पर बात करते हुए कहा कि,‘वह (किशन) मेरे सबसे अच्छे दोस्तों में से एक है. मैं वहां था जब उसने अपना वनडे दोहरा शतक बनाया था और यह विशेष अनुभव था. यह अच्छा लगता है जब आप कुछ करना चाहते हैं और यह नियमित रूप से हो रहा है. निश्चित रूप से मैं बहुत संतुष्ट हूँ. वैसे मैच मेरी अपेक्षा से काफी करीब चला गया था.’

रोहित, ईशान और शुभमन गिल की बातचीत

बीसीसीआई ने अपने ट्विटर हैंडल का इस्तेमाल करते हुए एक वीडियो साझा किया जिसमे कप्तान रोहित शर्मा, शुभमन गिल और ईशान किशन बात करते हुए नजर आ रहे हैं. आइए पढ़ते हैं तीनों के बीच क्या बात हुई.

ईशान किशन: ‘मेरा शुभमन गिल से एक सवाल है कि आपकी मैच से पहले की दिनचर्या क्या थी?’

रोहित शर्मा: (रोकते हुए) ‘आपको सबको पता होना चाहिए कि शुभमन गिल और ईशान किशन एक ही कमरे में रहते हैं’

शुभमन गिल: ‘वो (किशन) मेरा मैच से पहले का पूरा रूटीन खराब कर देता है, क्योंकि वह मुझे सोने नहीं देता है. वह ईयरफोन का इस्तेमाल नहीं करता है और फुल वॉल्यूम में फिल्म देखता रहता है. इसको मैं गाली देके बोलता हूं भाई आवाज कम कर ले या ईयरफोन लगा ले. पर ये बोलता है ‘तू मेरे कमरे में सो रहा है. मेरी मर्जी से चलेगा. हर रोज लड़ाई होती है.’ मैं उसके साथ रोज लड़ता हूं. यह मेरा प्री-मैच होता है.’

ईशान किशन: “मुझे लगता है कि यह इसलिए है क्योंकि आप मेरे कमरे में सोए थे, आपने मेरे रन बनाए।”

रोहित शर्मा: ‘बस आप लोगों को बताने के लिए. ये दोनों असली दोस्त हैं. वे युगों से एक साथ क्रिकेट खेलते आ रहे हैं.’

गिल ने कहा कभी सोचा नही था दोहरा शतक लगाऊंगा

शुभमन गिल ने अंतिम में बात को समटते हुए कहा कि, ‘मैं बेसब्री से इंतजार कर रहा था कि मैं बाहर जाऊं और वह करूं जो मैं करना चाहता हूं. विकेट गिरने के साथ, कई बार मैं खुल कर खेलना चाहता था और मुझे खुशी है कि मैं इसे अंत में कर सका. कभी-कभी जब गेंदबाज शीर्ष पर होता है, तो आपको जरूरत होती है, उन्हें दबाव महसूस कराएं. डॉट बॉल से बचने की जरूरत है, कुछ इरादा दिखाने और अंतराल में जोर से मारने की जरूरत है. जो मैं कर रहा था. मैं वास्तव में 200 के बारे में नहीं सोच रहा था, लेकिन एक बार जब मैंने 47वें ओवर में छक्के लगाए, तो मुझे ऐसा लगा मैं कर सकता था. इससे पहले, मैं खेल रहा था जो मेरे पास आ रहा था.’

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