ICC Rule Changes: टी20 विश्व कप से पहले आईसीसी ने बदले नियम, अब ये 7 नये नियम होंगे लागू


आईसीसी (ICC) ने मंगलवार को खेलने की परिस्थितियों में कई बदलावों की घोषणा की, जो 1 अक्टूबर से एक्शन में आएंगे. इन बदलावों में सबसे अहम लार द्वारा गेंद को पॉलिश करने को स्थाई रूप से बैन कर दिया गया है और गेंदबाज़ द्वारा नॉन स्ट्राइकर को आउट करना अनुचित माना गया है.

मुख्य कार्यकारियों की समिति (सीईसी) ने पूर्व भारतीय कप्तान और बीसीसीआई(BCCI) अध्यक्ष सौरव गांगुली(SOURAV GANGULY) की अगुवाई वाली आईसीसी क्रिकेट समिति की सिफारिशों को मंजूरी दे दी.

टी20 का ये नियम वनडे क्रिकेट में होगा लागू

बता दें, जनवरी 2022 में टी20 मैचों में इन मैच पैनल्टी की पेश की गई थी.(इसमें गेंदबाज़ी या फील्डिंग वाली टीम अगर तय समय में अपने ओवर फेंकने में विफल रहती है तो फील्डिंग टीम को बाकी ओवरों के लिए एक अतिरिक्त फील्डर 30 यार्ड के घेरे में रखना होगा.) इस पैनल्टी को 2023 में आईसीसी क्रिकेट विश्व कप सुपर लीग के पूरा होने के बाद एक दिवसिय मैचों में भी अपनाया जाएगा.

इन नियमों में होगा बदलाव

नया बल्लेबाज़ लेगा स्ट्राइक– इस नियम के मुताबिक बल्लेबाज़ के कैच आउट होने के बाद नया बल्लेबाज़ ही क्रीज़ पर आएगा, भले ही उसने कैच के दौरान दूसरे बल्लेबाज़ को दौड़ते हुए पार कर लिया हो.

लार का इस्तेमाल– इंटरनेशनल क्रिकेट में कोविड के आने के बाद से करीब दो सालों से लार का इस्तेमाल करके गें पॉलिश करने पर बैन लगा हुआ है और अब इस बैन को स्थाई रुप से लागाया जाना उचित माना जा रहा है.

नए बल्लेबाज़ को स्ट्राइक लेने में मिलेगा तय वक़्त– टेस्ट और वनडे क्रिकेट में अब आने वाले नए बल्लेबाज़ को 2 मिनट के अंदर क्रीज़ पर आकर स्ट्राइक लेना होगी जबकि, टी20 इंटरनेशनल में 90 सेकेंड की समय सीमा में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है.

स्ट्राइकर का गेंद खेलने का अधिकार– यह प्रतिबंधित है ताकि उनके बल्ले या व्यक्ति के कुछ हिस्से को पिच के अंदर रहने की आवश्यकता हो, अगर वे इससे आगे बढ़ते हैं तो अंपायर इस बॉल को डेड बॉल का सिगनल करेगा. कोई भी गेंद जो बल्लेबाज को पिच छोड़ने के लिए मजबूर करेगी, उसे नो बॉल करार दिया जाएगा.

फील्डिंग टीम द्वारा कोई भी हलचल– गेंदबाज के गेंदबाजी के लिए दौड़ते समय फील्डिंग टीम द्वारा कोई भी अनुचित और जानबूझकर मूवमेंट करने पर अंपायर उसे डेड बॉल के अलावा बल्लेबाज़ी के पक्ष में 5 रनों की पैनल्टी भी दे सकता है.

नॉन स्ट्राइकर को आउट करना– प्लेइंग कंडीशंस रन आउट को ‘अनफेयर प्ले’ सेक्शन से ‘रन आउट’ सेक्शन में ले जाने की इस पद्धति को स्थानांतरित करने में नियमों का पालन करती है.

गेंद फेंकने से पहले स्ट्राइकर की तरफ गेद फेंकना– इससे पहले, एक गेंदबाज जिसने बल्लेबाज को अपनी डिलीवरी स्ट्राइड में प्रवेश करने से पहले विकेट के नीचे आगे बढ़ते हुए देखा था, स्ट्राइकर को रन आउट करने का प्रयास करने के लिए गेंद फेंक सकता था. इस अभ्यास को अब डेड बॉल करार दिया जाएगा.

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