Ishan Kishan Father: ईशान किशन ने अपनी कप्तानी में झारखंड को पहली बार सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (2025) का खिताब जिताया। बीते गुरुवार (18 दिसंबर) को टूर्नामेंट का फाइनल झारखंड और हरियाणा के बीच पुणे के महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में खेला गया। मुकाबले झारखंड ने 69 रनों से जीत हासिल की।
अब खिताब जीतने के बाद ईशान किशन के पिता ने झारखंड की जीत के बाद बहुत दुखभरी कहानी सुनाई, जिसे सुनकर आपकी भी आंखें नम हो जाएंगी। पिता ने बताया कि सबको हंसाने वाले लड़के ने खुद हंसना छोड़ दिया था। तो आइए जानते हैं कि बाकी ईशान के पिता ने क्या कहा।
हम रोते थे (Ishan Kishan)
ईशान के पिता ने टाइम्स ऑफ इंडिया के हवाले से कहा, "जो लड़का (ईशान किशन) हमेशा दूसरों के चेहरे पर मुस्कान लाता था, उसने हंसना छोड़ दिया। माता-पिता के रूप में, मैं और मेरी वाइफ रोया करते थे। उसने 12 साल की उम्र में पटना छोड़ दिया था और क्रिकेट के लिए रांची चला गया था और लोग कह रहे थे कि उसे टीम इंडिया के लिए खेलने में कोई दिलचस्पी नहीं है। उन मीम्स को देखना दर्दभरा है।"
अपनी कप्तानी में जिताया सैयद मुश्ताक अली टूर्नामेंट (Ishan Kishan)
बता दें कि ईशान 2025 की सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में झारखंड की कप्तानी करते नजर आए थे। ईशान ने अपनी कप्तानी में झारखंड को खिताब जितवा दिया। फाइनल में झारखंड ने हरियाणा को शिकस्त दी थी।
2023 से टीम इंडिया से बाहर (Ishan Kishan)
गौर करने वाली बात यह है कि ईशान 2023 से टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं। ईशान ने घरेलू क्रिकेट के कुछ मुकाबले खेलने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद बीसीसीआई ने उनके खिलाफ सख्त एक्शन लेते हुए उन्हें टीम से बाहर किया और सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट भी रद्द कर दिया था। अब वह लगातार घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा ईशान की टीम इंडिया में वापसी कब होती है।

एक टिप्पणी भेजें