Anil Chaudhary on No Handshake Controversy: एशिया कप 2025 का ग्रुप स्टेज लगभग समाप्त हो चुका है। चार टीमों ने सुपर-4 स्टेज में अपनी जगह पक्की कर ली है। हालाँकि, भारत और पाकिस्तान के बीच "नो हैंडशेक" विवाद पर बहस जारी है।
पूर्व इंटरनेशनल अंपायर अनिल चौधरी (Anil Chaudhary) ने अब "नो हैंडशेक" विवाद पर एक अहम बयान दिया है। चौधरी ने अपने बयान में आईसीसी के नियमों का भी हवाला दिया। आपको बता दें कि भारत के साथ, पाकिस्तान, श्रीलंका और बांग्लादेश ने भी सुपर 4 में अपनी जगह पक्की कर ली है।
'नो हैंडशेक' विवाद की पूरी कहानी
दरअसल, भारत ने 14 सितंबर को दुबई में खेले गए ग्रुप मैच में पाकिस्तान को 7 विकेट से हरा दिया। जीत के बाद, भारतीय खिलाड़ियों ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाया। ये कदम जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के मद्देनजर उठाया गया, जिसमें 26 पर्यटकों की जान चली गई थी। इस तरह टीम इंडिया ने हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी।
भारत के इस फैसले से पाकिस्तान भड़क गया और कप्तान सलमान आगा तक पोस्ट-मैच प्रेजेंटेशन सेरेमनी में नहीं पहुंचे। इसके बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने आईसीसी रेफरी एंडी पाइक्रॉफ्ट के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई और उन पर खेल की भावना का उल्लंघन करने का आरोप लगाया। हालांकि आईसीसी ने इस शिकायत को खारिज कर दिया।
मामला यहीं खत्म नहीं हुआ। पीसीबी ने तो यूएई के खिलाफ अपने अगले अहम मैच से भी हटने की धमकी दे दी। पाकिस्तानी टीम ने होटल छोड़ने से इनकार कर दिया, जिससे मैच एक घंटे की देरी से शुरू हुआ।
अंपायर Anil Chaudhary का बयान
अनिल चौधरी (Anil Chaudhary) ने साफ किया कि आईसीसी की किसी भी प्लेइंग कंडीशन या कोड ऑफ कंडक्ट में मैच के बाद खिलाड़ियों के हैंडशेक की कोई बाध्यता नहीं है। उन्होंने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा, "हैंडशेक की परंपरा करीब 15-20 साल पहले शुरू हुई थी। उससे पहले सिर्फ दोनों कप्तान हाथ मिलाते थे। ये विवाद पूरी तरह से बेवजह है और हार के बाद मुद्दा बदलने की कोशिश है।"
चौधरी ने की मैच रेफरी की तारीफ
अनिल चौधरी (Anil Chaudhary) ने आगे कहा कि जिसने भी शिकायत की, उसे भी पता था कि इसका कोई असर नहीं होगा। साथ ही उन्होंने रेफरी एंडी पाइक्रॉफ्ट की तारीफ करते हुए कहा कि वे आईसीसी एलीट पैनल के अनुभवी रेफरी हैं और उनका ट्रैक रिकॉर्ड बेहद शानदार है।
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