R Ashwin: भारतीय क्रिकेट के दिग्गज ऑलराउंडर रविचंद्रन अश्विन (R Ashwin) का नाम दुनिया के सबसे सफल स्पिन गेंदबाजों में लिया जाता है। हाल ही में जब उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट और आईपीएल से संन्यास की घोषणा की थी, तब बहुत से लोगों ने मान लिया था कि अब उनका क्रिकेट करियर पूरी तरह खत्म हो गया है।
फैंस को लगा कि अब वे केवल कमेंट्री या कोचिंग की भूमिका में ही नजर आएंगे। लेकिन अश्विन एक बार फिर मैदान पर भारत के लिए खेलेंगे को तैयार हैं। तो आइए जानते है आखिर किस दिन मैदान पर नजर आएंगे अश्विन…..
भारतीय क्रिकेट के दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (R Ashwin) एक बार फिर मैदान पर उतरने के लिए तैयार हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट और आईपीएल से संन्यास लेने के बाद सभी को लगा था कि अब उनका करियर पूरी तरह खत्म हो गया है, लेकिन अब खबर आई है कि अश्विन Hong Kong Sixes 2025 में भारत की टीम का हिस्सा होंगे। यह टूर्नामेंट 7 से 9 नवंबर तक आयोजित होगा और इसमें दुनिया भर की टीमें हिस्सा लेंगी।
क्या है Hong Kong Sixes?
Hong Kong Sixes क्रिकेट का बेहद रोमांचक फॉर्मेट है। इसमें छह-छह खिलाड़ियों की टीमें खेलती हैं और हर मैच केवल पाँच-ओवर का होता है। इस टूर्नामेंट की खासियत यह है कि विकेटकीपर को छोड़कर हर खिलाड़ी को एक ओवर गेंदबाजी करना अनिवार्य होता है। यानी बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में खिलाड़ियों की असली परीक्षा होती है। यही कारण है कि अश्विन (R Ashwin) जैसे ऑलराउंडर खिलाड़ी इस टूर्नामेंट में भारत के लिए बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।
टेस्ट क्रिकेट में 500 से ज्यादा रन
अश्विन (R Ashwin) का करियर उपलब्धियों से भरा रहा है। टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 500 से ज्यादा विकेट चटकाए और भारत को कई सीरीज़ जिताई। उनकी कैरम बॉल और ऑफ स्पिन आज भी बल्लेबाजों के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती है। साथ ही, वे निचले क्रम में उपयोगी बल्लेबाजी भी करते हैं। उनकी यही बहुमुखी क्षमता Hong Kong Sixes में भारत को मजबूती देगी।
दिलचस्प बात यह है कि अश्विन ने हाल ही में आईपीएल से संन्यास लेने के बाद कहा था कि वे दुनिया भर की फ्रैंचाइज़ी लीगों में खेल सकते हैं। अब उनका यह कदम साबित करता है कि वे क्रिकेट को अभी भी जी रहे हैं और मैदान पर खुद को साबित करना चाहते हैं। फैंस के लिए यह बेहद रोमांचक है कि उनका पसंदीदा खिलाड़ी एक नए अंदाज़ में वापसी कर रहा है।
भारत के लिए अहम टूर्नामेंट
यह टूर्नामेंट भारत के लिए भी अहम रहेगा क्योंकि Hong Kong Sixes में तेज़ और आक्रामक खेल की जरूरत होती है। अश्विन (R Ashwin) का अनुभव और दबाव झेलने की क्षमता टीम के लिए प्लस पॉइंट साबित होगी। उनकी मौजूदगी से न केवल टीम को मजबूती मिलेगी बल्कि युवा खिलाड़ियों को भी उनसे सीखने का मौका मिलेगा।
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