पंजाब किंग्स रॉयल चैलेंजर बेंगलुरु के खिलाफ खेलने के लिए Chinnaswamy के मैदान में खेलने के लिए आए थे। इस मुकाबले में रॉयल चैलेंजर बेंगलुरु को हार का सामना करना पड़ा था जहाँ बारिश से प्रभावित मुकाबले में हमें रॉयल चैलेंजर बेंगलुरु के बल्लेबाजों ने निराश किया था।
हालाँकि इस मुकाबले में जिस चीज ने सभी को आकर्षित किया था वें था Chinnaswamy के मैदान का ड्रेनेज सिस्टम। इस मुकाबले में एक बार फिर से इस मैदान की जमकर तारीफ हुई है जहाँ ड्रेनेज सिस्टम ने चंद सेकंड में ही इसके पानी को साफ़ कर दिया था।
चंद सेकंड में हुआ Chinnaswamy Stadium का पूरा पानी गायब
जब बारिश के बाद Chinnaswamy स्टेडियम से कवर्स हटाए गए, तो मैदान पर जमा पानी कुछ ही सेकंड में गायब हो गया। दरअसल, बेंगलुरु का एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम देश ही नहीं, बल्कि दुनिया के उन गिने-चुने स्टेडियमों में से एक है जहां का ड्रेनेज सिस्टम बेहद आधुनिक और तेज़ है। यहां की आउटफील्ड को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि भारी बारिश के तुरंत बाद भी पानी मैदान में टिक नहीं पाता।
स्टेडियम में सब-सर्फेस एरिएशन सिस्टम (SubAir system) लगा हुआ है, जो मैदान के नीचे से पानी को तेजी से खींच लेता है। यह सिस्टम इतना प्रभावशाली है कि भारी बारिश के बाद भी मैदान कुछ ही मिनटों में खेलने लायक हो जाता है। यही वजह है कि IPL जैसे हाई-प्रोफाइल टूर्नामेंट्स के दौरान बारिश होने पर भी दर्शकों को ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ता और मैच बिना ज्यादा समय गंवाए दोबारा शुरू हो जाता है।
Chinnaswamy subair drainage system 😍 pic.twitter.com/oaW2pT8QCr
— RCBIANS OFFICIAL (@RcbianOfficial) April 18, 2025
ग्लोबल लेवल पर हो रही है तारीफ
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Chinnaswamy का यह हाई-टेक ड्रेनेज सिस्टम न सिर्फ भारत, बल्कि ग्लोबल लेवल पर एक उदाहरण बन चुका है। जहां दुनिया के कई स्टेडियम बारिश के बाद घंटों सूखने का इंतजार करते हैं, वहीं चिन्नास्वामी स्टेडियम अपने तेज़ और कुशल जल निकासी प्रणाली के चलते बारिश के असर को लगभग बेअसर कर देता है। यही तकनीकी ताकत इस स्टेडियम को बाकी मैदानों से अलग बनाती है।
कैसा रहा मुकाबले का हाल
इस मुकाबले के बारे में बात की जाए तो 14 ओवर में रॉयल चैलेंजर बेंगलुरु की टीम ने 9 विकेट के नुकसान पर 95 रन बना दिए थे। इस स्कोर का पीछा करते हुए पंजाब किंग्स ने 12.1 ओवर में ही इस लक्ष्य को हासिल कर लिया था।
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