Team India: भारतीय क्रिकेट में ऑलराउंडर्स की अपनी अलग ही अहमियत रही है। एक ऐसा खिलाड़ी जो गेंद और बल्ले दोनों से मैच का रुख बदल सकता है, वह किसी भी टीम के लिए अनमोल होता है। आज के दौर में हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) को टीम इंडिया (Team India) का सबसे बेहतरीन ऑलराउंडर माना जाता है, लेकिन टीम इंडिया में एक ऐसा नाम भी है, जिसने न सिर्फ अपनी टीम को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया बल्कि पूरी दुनिया के सामने भारतीय क्रिकेट की ताकत का लोहा मनवाया। हार्दिक की तुलना इस दिग्गज से करना भी उनके कद को कम आंकने जैसा होगा।
भारतीय क्रिकेट का असली गेम चेंजर
हम टीम इंडिया (Team India) के जिस ऑलराउंडर की बात करे हैं वो हैं भारत के सबसे महान ऑलराउंडर्स कपिल देव (Kapil Dev)। वे न केवल भारत के पहले महान तेज गेंदबाज थे, बल्कि उनकी बल्लेबाजी भी इतनी दमदार थी कि किसी भी परिस्थिति में टीम को उबार सकते थे।
कपिल देव ने अपने करियर में टीम इंडिया (Team India) के लिए 225 वनडे मैच खेले, जिनमें 3783 रन बनाए। इसके अलावा, उन्होंने 253 विकेट भी अपने नाम किए। टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 5248 रन बनाए और 434 विकेट झटके, जो उस दौर में अविश्वसनीय उपलब्धि थी।
1983 वर्ल्ड कप जीत: Team India का स्वर्णिम पल
कपिल देव को भारतीय क्रिकेट का सबसे बड़ा नायक इसलिए भी कहा जाता है, क्योंकि उनकी कप्तानी में टीम इंडिया (Team India) ने 1983 का वर्ल्ड कप जीता था। उस वक्त भारतीय टीम को कोई भी प्रबल दावेदार नहीं मान रहा था, लेकिन उनकी कप्तानी और जुझारू खेल ने इतिहास रच दिया।
जिम्बाब्वे के खिलाफ 175 रनों की उनकी ऐतिहासिक पारी ने टीम इंडिया (Team India) को टूर्नामेंट में बनाए रखा, और फाइनल में वेस्टइंडीज को हराकर भारत ने क्रिकेट की दुनिया में अपनी बादशाहत साबित कर दी।
क्या कोई दोबारा कपिल देव बन सकता है?
हार्दिक आधुनिक क्रिकेट में अपने प्रदर्शन से छाप छोड़ रहे हैं, लेकिन उपलब्धियों के लिहाज से वे कपिल काफी पीछे है। कठिन परिस्थितियों में प्रदर्शन करने की क्षमता उन्हें अलग बनाती है। आने वाले समय में टीम इंडिया (Team India) को बेहतरीन ऑलराउंडर्स मिलेंगे, लेकिन कपिल देव जैसा खिलाड़ी शायद ही फिर कभी देखने को मिले।
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