Accident: आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 को लेकर तैयारियां जोरों शोरों पर हैं। शनिवार को 15 सदस्यीय भारतीय स्क्वाड की भी घोषणा कर दी गयी। मगर इसी बीच एक हृदयविदारक खबर सामने आ रही है। एक भारतीय खिलाड़ी के मामा और नानी की रोड एक्सीडेंट (Accident) में मौत हो गयी है। दोनों स्कूटी में सवार थे और उन्हे एक कार ने जोरदार टक्कर मारी, जिसके बाद उन्होंने मौके पर ही दम तोड़ दिया। आइये आपको पूरे मामले की विस्तार से जानकारी देते हैं।
इस खिलाड़ी पर टुटा दुखों का पहाड़
दरअसल, पेरिस ओलम्पिक 2024 में भारत के लिए शूटिंग में दो मेडल जीतने वाली मनु भाकर को हाल ही में राष्ट्रपति ने खेल रत्न से सम्मानित किया था। मगर अब उनके ऊपर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। मनु के मामा और नानी की सड़क हादसे (Road Accident) में दर्दनाक मौत हो गयी है।
बताया जा रहा है कि खिलाड़ी के मामा और नानी महेंद्रगढ़ बाइपास रोड पर स्कूटी से जा रहे थे, तभी एक ब्रेजा गाड़ी ने उन्हें जोरदार टक्कर मारी, जिससे दोनों सड़क पर गिर गए और उन्होंने वहीं दम तोड़ दिया।
Charkhi Dadri, Haryana: In a tragic incident on Mahendragarh Bypass Road, international shooter Manu Bhaker’s grandmother and uncle lost their lives when their scooter collided with a Brezza car. The car driver fled the scene. Police have taken the bodies for post-mortem and are… pic.twitter.com/x5HRzPTlSx
— IANS (@ians_india) January 19, 2025
फरार हुआ कार सवार
Charkhi Dadri, Haryana: In a tragic incident on Mahendragarh Bypass Road, international shooter Manu Bhaker’s grandmother and uncle lost their lives when their scooter collided with a Brezza car. The car driver fled the scene. Police have taken the bodies for post-mortem and are… pic.twitter.com/x5HRzPTlSx
— IANS (@ians_india) January 19, 2025टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार पलट गई। हालाँकि, ड्राइवर को गंभीर चोट नहीं लगी और वो मौके से फरार हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जैसे ही स्कूटी कलियाणा मोड़ के पास पहुंची, तो सामने से एक ब्रेजा कार आती है। कार गलत साइड से आ रही थी और उसकी गति भी ज्यादा थी। यही वजह है कि चालक अपना नियंत्रण खो बैठा और स्कूटी से टकरा गया।
काम पर जा रहे थे मनु के मामा
आपको बता दें कि मनु भाकर के मामा हरियाणा रोडवेज में चालक हैं और उनका घर महेंद्रगढ़ बाइपास पर ही है। वो सुबह अपने काम पर ही जा रहे थे। वहीं, मनु का नानी सावित्री देवी अपने छोटे बेटे के पास जा रही थी, जो पास में ही लोहारू चौक पर रहते थे। यही वजह है कि दोनों साथ में घर से निकले। मगर किसी को उम्मीद नहीं थी कि वे फिर कभी वापस नहीं लौटेंगे। गौरतलब है कि सावित्री देवी भी खेलों से काफी जुडी हुई थी और उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर कई मेडल जीते थे।
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