Team India: भारत का बिहार राज्य अपने आप में निराला है। प्राचीन स्मारकों से लेकर उपजाऊ जमीन तक यहां सब कुछ मिल जाएगा। मगर पिछले कुछ दशकों में यहां के लोगों को नस्लभेद का सामना करना पड़ रहा है। अक्सर बिहारी लोगों को अपमानित करने की कोशिश की जाती है। अपमान करने का यह सिलसिला टीम इंडिया तक भी जा पंहुचा है। टीम इंडिया (Team India) के कप्तान रोहित शर्मा और हेड कोच गौतम गंभीर लगातार कुछ प्रतिभाशाली बिहारी खिलाड़ियों को नजर अंदाज कर रहे हैं।
ईशान किशन:
दिसंबर 2022 में ऋषभ पंत का रोड एक्सीडेंट होने के बाद ईशान किशन टीम इंडिया (Team India) के प्रमुख विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में देखे जा रहे थे। मगर प्लेइंग इलेवन में वे कभी अपनी जगह पक्की नहीं कर पाए। लगातार अच्छा प्रदर्शन दिखाने के बावजूद उन्हें ड्राप कर दिया जाता। वहीं, इंग्लैंड के खिलाफ टी20 एवं वनडे सीरीज के अलावा ईशान को आगामी चैंपियंस ट्रॉफी की स्क्वाड से भी बाहर रखा गया है। ऐसे में माना जा रहा है कि रोहित शर्मा और गौतम गंभीर जानबूझ कर युवा खिलाड़ी के करियर से खिलवाड़ कर रहे हैं।
आकाशदीप:
28 साल के आकाशदीप को भी इंग्लैंड के खिलाफ वाइट बॉल सीरीज और फिर चैंपियंस ट्रॉफी से बाहर रखा गया है। वे भारत (Team India) के लिए टेस्ट क्रिकेट लगातार खेल रहे हैं, लेकिन उन्हें वाइट बॉल से मौका दिया जा रहा है। आकाशदीप ने अब तक खेले 28 लिस्ट A मैचों में 24.50 की औसत से 42 विकेट झटके हैं, जो उनकी प्रतिभा को दर्शाता है। मगर इसके बावजूद उन्हें वनडे और टी20 स्क्वाड में जगह नहीं दी जा रही है।
मुकेश कुमार:
टीम इंडिया (Team India) के लिए 6 वनडे और 3 टेस्ट खेल चुके मुकेश कुमार को भी शायद बिहारी होने की कीमत चुकानी पड़ रही है। उन्हें कप्तान रोहित शर्मा और हेड कोच गौतम गंभीर लगातार नजरअंदाज कर रहे हैं। दाएं हाथ के गेंदबाज ने अब तक इंटरनेशनल क्रिकेट में अपनी छाप नहीं छोड़ी है, लेकिन महज 9 मैच के बाद उन्हें बाहर कर देना, कतई उचित नजर नहीं आ रहा है। ऐसे में फैंस उन्हें मौका नहीं मिलने पर काफी निराश हैं।
Post a Comment