बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला पर दर्ज हुई FIR! टीम में जगह दिलाने के नाम पर हड़पी 10 लाख की घूस

 


Rajeev Shukla: भारतवासियों का क्रिकेट प्रेम किसी से छुपा नहीं है। पूरी दुनिया में क्रिकेट को कहीं सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है, तो वो भारत ही है। मगर 140 करोड़ की जनसंख्या में से केवल 11 लोग ही इंटरनेशनल लेवल पर टीम इंडिया (Team India) का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं। कई बेहतरीन खिलाड़ी प्रतिभाशाली होने के बावजूद मौकों के आभाव में गुमनामी के अंधेरे में खो जाते हैं।

यही वजह है कि कई प्लेयर्स या तो उम्मीद छोड़कर हार मान लेते हैं, तो कई गलत रास्तों का इस्तेमाल कर टीम इंडिया में जगह पाने की कोशिश करते हैं। इसी क्रम में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला (Rajeev Shukla) का नाम भी खिलाड़ियों से घूस लेने के मामले में सामने आया है। आइये आपको इस पूरी खबर की विस्तार से जानकारी देते हैं।

बीसीसीआई उपाध्यक्ष पर लगे गंभीर आरोप

दरअसल उत्तर प्रदेश पुलिस (UP Police) ने बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला (Rajeev Shukla) के सहयोगी माने जाने वाले अकरम सैफी समेत तीन लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी और आपराधिक धमकी देने के आरोप में एफआईआर दर्ज की है। सदर कोतवाली थाना के एसएचओ प्रमोद मिश्रा ने बुधवार को बताया कि सत्य प्रकाश यादव नामक व्यक्ति ने सोमवार को कोतवाली में प्राथमिकी दर्ज कराई थी, जिसमें अकरम सैफी और उनके दो सहयोगियों पर उत्तर प्रदेश क्रिकेट टीम में चयन दिलाने के लिए रिश्वत लेने के आरोप लगाए गए हैं।

धमकी देने के भी लगे आरोप

पीड़ित सत्य प्रकाश यादव ने पुलिस को बताया कि धोखे का एहसास होने के बाद, जब उन्होंने अपने पैसे वापस मांगे तो राजीव शुक्ला (Rajeev Shukla) के करीबी अकरम सैफी और उनके साथी अनुभव मिश्रा, अनुराग मिश्रा ने करियर खत्म करने की धमकी दी। इसके बाद पुलिस ने धोखाधड़ी के लिए भारतीय दंड संहिता की धारा 420 , विश्वासघात के लिए धारा 406 और आपराधिक धमकी के लिए 506 के तहत रिपोर्ट दर्ज की। वहीं, अब इस मामले की जांच की जाएगी।

Rajeev Shukla पर कसेगा शिकंजा?

एसएचओ प्रमोद मिश्रा ने बताया कि पीड़ित सत्य प्रकाश यादव ने अपनी शिकायत में बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला के बारे में कोई भी जिक्र नहीं किया है। यादव ने आरोप लगाया है कि अनुराग मिश्रा ने उनसे 10 लाख रुपये की मांग की, जिस पर उन्होंने आठ लाख रुपये नकद दिए और शेष रकम चाचा और पिता के खाते से अनुराग और उनके भाई अनुभव मिश्रा के खातों में ट्रांसफर कर दी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पैसा ट्रांसफर होने के बाद उन्हें आश्वासन दिया जाता रहा, लेकिन परिणाम नहीं मिलने पर, जब उन्होंने अपने वापस मांगे, तो उन्हें करियर खत्म करने की धमकी मिली।

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