BCCI: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) 7 जुलाई को एक महत्वपूर्ण शीर्ष परिषद की बैठक आयोजित करेगा। इस बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर फैसले लिए जाएंगे। सबसे पहला मुद्दा है 2023-28 चक्र के लिए बीसीसीआई मीडिया अधिकारों का वितरण शामिल है। मार्च में डिज़्नी हॉटस्टार के साथ समझौता समाप्त होने के बाद भारत वर्तमान में अपने घरेलू खेलों के लिए किसी प्रसारणकर्ता के बिना है। यही वजह है कि दलीप ट्रॉफी क्रिकेट फैंस के लिए उपलब्ध नहीं है। साथ ही बीसीसीआई भारतीय क्रिकेटरों के विदेशी लीग में खेलने पर भी पाबंदी लगाने के फिराक में है।
भारतीय खिलाड़ियों के विदेशी लीग में खेलने पर लगाम
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) विदेशी लीगों में भारतीय खिलाड़ियों की भागीदारी पर नियम लागू करने पर विचार कर रहा है। बीसीसीआई (BCCI) के गलियारों में भारतीय खिलाड़ियों के विदेशी लीगों में भाग लेने को लेकर चिंताएं बढ़ रही हैं। यूएई में ILT20 और अमेरिका में मेजर लीग क्रिकेट जैसी विदेशी लीगों में भाग लेने के इच्छुक खिलाड़ियों के लिए विशेष नियम लागू किए जाने की तैयारी है। इस नियम के मुताबिक यदि कोई भी खिलाड़ी भविष्य में विदेश में कोचिंग या किसी लीग में खेलने की योजना बनाते हैं, तो उन्हें बोर्ड से अनापत्ति प्रमाणपत्र यानि एनओसी प्राप्त करना होगा।
इन खिलाड़ियों के पेट पर लात मारेगी बीसीसीआई
यूसुफ पठान और रॉबिन उथप्पा पिछले साल ILT20 में खेले थे। जबकि अंबाती रायुडू हाल ही में आईपीएल के बाद क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा के तुरंत बाद MLC में शामिल हो गए थे। इसे ध्यान में रखते हुए, बीसीसीआई (BCCI) एनओसी को अनिवार्य बनाने पर भी विचार कर सकता है। अगर यह नियम आता है तो जो भारतीय खिलाड़ी विदेशों में जाकर अलग-अलग लीग में खेलते हैं, उनका खेलना बेहद मुश्किल हो जाएगा। इस सूची में उनमुक्त चंद और मिलंद कुमार जैसे खिलाड़ी भी हैं जिन्हें टीम इंडिया ने मौका नहीं दिया तो वह विदेशों में जाकर खेल रहे हैं।
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