12 जुलाई से भारत और वेस्टइंडीज के बीच टेस्ट सीरीज की शुरुआत होगी, जहां दो मैचों की टेस्ट सीरीज के बाद भारत को वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे और टी20 सीरीज खेलनी हैं. टीम इंडिया (Team India) में इस वक्त कई ऐसे खिलाड़ी मौजूद हैं जिन्हें टेस्ट में महारत हासिल है. इसके बावजूद भी बीसीसीआई इन खिलाड़ियों के लिए सारे दरवाजे बंद कर चुकी है जिसके बाद अब यह खिलाड़ी संन्यास के बारे में सोच रहे हैं. अब इनका करियर लगभग खत्म होने की कगार पर पहुंच चुका है.
भुवनेश्वर कुमार
टीम इंडिया (Team India) के इस दिग्गज खिलाड़ी की ताकत स्विंग मानी जाती थी लेकिन बीते कुछ समय उनके प्रदर्शन में काफी गिरावट आई है. यही वजह है कि अब इस खिलाड़ी को टीम से बाहर रखा जा रहा है. भुवनेश्वर कुमार ने अभी तक 11 टेस्ट मैचों में 63 विकेट, 121 वनडे में 141 विकेट और 87 टी-20 में 90 विकेट हासिल किए हैं. पिछले 5 साल से वह टेस्ट टीम से बाहर चल रहे हैं और अब धीरे-धीरे वनडे और टी-20 से भी उनका पत्ता कट चुका है.
शिखर धवन
शिखर धवन जिन्हें टीम इंडिया का सबसे बड़ा मैच विनर माना जाता था, उन्होंने काफी मैच में कप्तानी भी की है. अब काफी लंबे समय से उन्हें टीम से बाहर रखा जा रहा है. कई दफा शिखर धवन ने टीम इंडिया (Team India) के लिए रोहित शर्मा के साथ ओपनिंग करते हुए कई बड़े-बड़े रिकॉर्ड भी बनाए हैं, पर अब देखा जा रहा है कि टेस्ट टीम में शिखर धवन के लिए सारे दरवाजे बंद हो चुके हैं. शिखर धवन ने टेस्ट फॉर्मेट में 24 मैच खेलते हुए 2315 रन बनाए हैं पर अब चयनकर्ता इनकी ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं.
रिद्धिमान साहा
टीम इंडिया (Team India) के विकेटकीपर बल्लेबाज रिद्धिमान साहा ने 2010 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू किया था. उसके बाद केवल वह 40 मैच में हिस्सा ले पाए हैं. ऋषभ पंत के चोटिल होने के बावजूद भी रिद्धिमान शाह को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में मौका नहीं दिया गया. अब दोबारा बीसीसीआई इस खिलाड़ी को टेस्ट फॉर्मेट में मौका देने के बारे में बिल्कुल नहीं सोच रही है. टेस्ट करियर में रिद्धिमान साहा ने 40 मुकाबले में 1353 रन अपने नाम किए हैं.
इशांत शर्मा
टीम इंडिया (Team India) के तेज गेंदबाज इशांत शर्मा साल 2021 में न्यूजीलैंड के खिलाफ आखिरी टेस्ट मैच खेलते नजर आए थे जिसमें वह एक भी विकेट हासिल नहीं कर पाए. इसके बाद से ही उन्हें टीम इंडिया में मौका मिलना बंद हो गया. वही देखा जाए तो इशांत शर्मा के बाद अब मोहम्मद शमी मोहम्मद सिराज, शार्दुल ठाकुर और उमेश यादव जैसे खिलाड़ी बीसीसीआई की पहली पसंद बन चुके हैं. 100 टेस्ट में 311 विकेट हासिल करने के बावजूद भी मैनेजमेंट द्वारा उन्हें पूछा नहीं जा रहा है.a
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