Sarfaraz Khan: भारतीय टीम को 12 जुलाई से वेस्टइंडीज के खिलाफ 2 टेस्ट, 3 वनडे और 5 मैचों की टी20 सीरीज खेलनी है. इसके लिए बीसीसीआई ने 2 टीमों का ऐलान कर दिया है. टेस्ट के लिए 16 सदस्यीय दल का चयन किया है. जिसमें यशस्वी जायसवाल, रूतुराज गायकवाड़ और मुकेश कुमार को पहली बार मौका दिया गया है. लेकिन बीसीसीआई ने सरफराज खान (Sarfaraz Khan) को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया गया. जिसे लेकर कई दिग्गजों ने सेलेक्टर्स पर निशाना भी साधा है. लेकिन, उन्हें टीम इंडिया में जगह ना देने की बड़ी वजह सामने आई है, जो खुद बोर्ड की ओर से खुलासा किया गया है.
चयनकर्ता बेवकूफ नहीं हैं- BCCI अधिकारी
दरअसल चयन से जुड़े बीसीसीआई के एक अधिकारी ने नाम का खुलासा ना करने की शर्त पर सरफराज खान (Sarfaraz Khan) के बारे में कहा,
“इस तरह की नाराजगी वाली प्रतिक्रियाएं समझ में आती हैं लेकिन मैं आपको बता सकता हूं कि सरफराज को बार-बार नजरअंदाज किए जाने के पीछे की वजह क्रिकेट नहीं है. ऐसे कई कारण हैं जिनकी वजह से उनका चयन नहीं हो रहा है.”
इसके साथ ही अधिकारी ने सवालिया लहजे में आगे बात करते हुए कहा, “क्या चयनकर्ता नासमझ है जो लगातार दो सत्र में 900 से अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी को नजरअंदाज करेंगे? टीम में चयन नहीं होने के पीछे एक बड़ा कारण उनकी फिटनेस है, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर की नहीं है. इस मामले में उन्हें काफी मेहनत करनी होगी और अपना वजन कम करके अधिक फिटनेस के साथ वापसी करनी होगी. चयन के लिए सिर्फ बल्लेबाजी फिटनेस ही एकमात्र मानदंड नहीं है.”
उसका चेतन शर्मा के प्रति व्यवहार अच्छा नहीं था- BCCI अधिकारी
टाइम्स ऑफ इंडिया से सरफराज के व्यवहार के बारे में भी बीसीसीआई अधिकारी ने बड़ा खुलासा किया. उन्होंने अपने बयान में कहा कि, इस युवा को टीम इंडिया में जगह ना मिलने की एक बड़ी वजह उनका बर्ताव भी रहा है. उन्होंने कहा, सरफराज खान (Sarfaraz Khan) का स्टैंड से रणजी मैच देख रहे चयनकर्ता चेतन शर्मा की ओर इशारा करके आक्रामक जश्न मनाना लोगों को भी पसंद नहीं आया था.
भारतीय क्रिकेट बोर्ड के अधिकारी की ओर से दिए गए बयान से एक बात तो जाहिर हो गई है कि सरफराज खान के टीम इंडिया में ना चुने जाने की बड़ी वजह उनका बर्ताव भी रहा है. वहीं उनके रणजी करियर पर नजर डालें को उन्होंने रणजी ट्रॉफी के पिछले तीन सत्र में 2566 रन बनाये हैं. प्रथम श्रेणी में 37 मैचों में 79.65 की औसत से खेलते हुए उन्होंने रन बनाये हैं. ऐसे में अंडर-19 विश्व कप में दो बार देश का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ी की टीम में जगह नहीं देने पर सवाल उठ रहा है.
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