
इस वजह से तेंदुलकर के कमरे के बाहर खड़े थे धोनी
दरअसल यह कहानी भरत सुन्दरेशन ने महेंद्र सिंह धोनी को लेकर एक किताब लिखी है जिसका नाम है महेंद्र सिंह धोनी एक अबूझ पहेली। उसमें इस बात का जिक्र उन्होंने किया है। दरअसल महेंद्र सिंह धोनी की पत्नी साक्षी सचिन तेंदुलकर के 200वे टेस्ट मैच के पहले सचिन तेंदुलकर का ऑटोग्राफ चाहती थी। कप्तान होने के बावजूद महेंद्र सिंह धोनी इस बात को टालते रहे लेकिन जब काफी ज्यादा समय हो गया तो साक्षी धोनी ने ऑटोग्राफ के लिए ठान ही लिया और महेंद्र सिंह धोनी बड़ी हिचकिचाहट के साथ सचिन तेंदुलकर के कमरे के बाहर जाकर ऑटोग्राफ के खड़े हो गए। दरअसल धोनी को यह लग रहा था कि इस वक्त सचिन तेंदुलकर को परेशान करना ठीक नहीं है। काफी देर बाहर खड़े होने के बाद सचिन तेंदुलकर ने कमरे का दरवाजा खोला और बाहर महेंद्र सिंह धोनी और साक्षी साथ में खड़े थे। तेंदुलकर ने दोनों को अंदर बुलाया और महेंद्र सिंह धोनी ने सचिन तेंदुलकर से जो पहला शब्द कहा वो वह यह था कि ” हमें माफ करो सचिन, वो इस शर्ट पर आपका ऑटोग्राफ चाहती है आप जल्दी दे दो हम चले जाएंगे।
सचिन तेंदुलकर का ऑटोग्राफ पाकर साक्षी खुश हो गई और महेंद्र सिंह धोनी और साक्षी दोनों चले गए। कुछ इसी तरह का अंदाज हमेशा से महेंद्र सिंह धोनी का रहा है। उनका काम करने का तरीका दूसरों से अलग होता है एक कप्तान होने के बावजूद उनका इस तरह से सचिन तेंदुलकर के सामने हिचकिचाहट से जाना यह बताता है कि सचिन तेंदुलकर के प्रति उनका सम्मान किस तरह का है।
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