शुरुआती 4 टेस्ट मैच जीतने वाला एकमात्र भारतीय कप्तान


किसी भी क्रिकेटर का सपना होता है कि वह एक दिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने देश का नाम रोशन करे। हालांकि एक कप्तान बनना किसी भी खिलाड़ी के लिए आसान काम नहीं होता है क्योंकि इसके साथ काफी जिम्मेदारियों की बाढ़ आ जाती है, जिसका असर उस खिलाड़ी के प्रदर्शन पर दिख सकता है। हम सभी ने क्रिकेट के खेल में कई महान कप्तान अभी तक देखे हैं, जिन्होंने लम्बे समय अपनी टीम का दबदबा विश्व क्रिकेट में बनाए रखने का काम किया है। इसी में एक नाम आता है भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का जो अभी तक के भारतीय क्रिकेट इतिहास के महान कप्तानों में से एक माने जाते हैं।

धोनी आईसीसी की तीनों ट्रॉफी जीतने वाले क्रिकेट जगत में इकलौते कप्तान हैं। वहीं इसके अलावा टेस्ट क्रिकेट में उनका रिकॉर्ड शानदार रहा है। जिसमें भारतीय कप्तान के तौर पर शुरूआती 4 टेस्ट मैच जीतने वाले वह अभी तक एकमात्र भारतीय कप्तान हैं।

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ साल 2008 में की थी पहले टेस्ट में कप्तानी

महेंद्र सिंह धोनी को साल 2008 में पहली बार भारतीय टेस्ट टीम की कप्तानी का जिम्मा उस समय मिला जब टीम के वर्तमान कप्तान अनिल कुंबले चोटिल होने के चलते साउथ अफ्रीका के खिलाफ कानपुर में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच से बाहर हो गए थे। स्पिनर के लिए मददगार इस पिच पर अफ्रीका की पहली पारी 265 रनों पर सिमट गई। जिसके बाद भारतीय टीम ने अपनी पहली पारी में 325 रन बनाकर महत्वपूर्ण बढ़त हासिल कर ली थी।

अफ्रीका टीम के खिलाड़ियों के लिए दूसरी पारी में बल्लेबाजी करना और भी कठिन काम हो गया था और टीम 121 के स्कोर पर ही सिमट गई। जिसके चलते भारतीय टीम को मैच में 62 रनों का लक्ष्य मिला जो टीम ने 2 विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया था और यह धोनी की टेस्ट कप्तान के तौर पर पहली जीत थी।

दूसरा और तीसरा टेस्ट जीता ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ

धोनी को कप्तान के तौर पर अपने करियर का दूसरा टेस्ट मैच खेलने का मौका ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मिला। इस मैच में धोनी ने विकेट की पीछे कमाल दिखाने के साथ बल्लेबाजी में भी कमाल दिखाया और मैच की पहली पारी में 92 तो वहीं दूसरी पारी में 68 रनों की नाबाद पारी खेली। जिसके चलते भारतीय टीम को इस मैच में 320 रनों से जीत हासिल हुई थी।

वहीं इसी सीरीज में नागपुर में खेले गए मैच में चौथे टेस्ट मैच में धोनी को एकबार फिर कप्तान के तौर पर खेलने का मौका मिला। जिसमें हरभजन सिंह और अमित मिश्र की शानदार गेंदबाजी के बूते भारतीय टीम ने 172 रनों की जीत हासिल करने के साथ टीम को सीरीज में 2-0 से जीत दिलाई दी।

इंग्लैंड के खिलाफ जीता चौथा टेस्ट मैच

इंग्लैंड की टीम साल 2008 में 2 टेस्ट मैचों की सीरीज खेलने भारत के दौरे पर आई थी। इसमें सीरीज का पहला मैच चेन्नई के मैदान में खेला गया। इस सीरीज में धोनी नियमित कप्तान के तौर पर भारतीय टीम के लिए खेलने उतरे थे। यह मैच सचिन तेंदुलकर और युवराज सिंह की ऐतिहासिक साझेदारी के लिए सभी भारतीय क्रिकेट फैन के दिलों में अभी तक ताजा। दरअसल मैच की चौथी पारी में भारतीय टीम को जीत के लिए 387 रनों का लक्ष्य मिला था। जिसका पीछा करना चेन्नई की पिच पर आसान काम नहीं था। लेकिन तेंदुलकर के नाबाद 103 रनों की पारी के बदौलत टीम इंडिया ने इस लक्ष्य को हासिल कर लिया और इस जीत के साथ धोनी पहली भारतीय कप्तान भी बन गए थे, जिन्होंने अपनी कप्तानी के शुरूआती चारो टेस्ट मैच में जीत हासिल की है।

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