“रोहित भाई भी उससे डरते हैं..” शुभमन गिल ने इस ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज को खेलना बताया नामुमकिन, इंटरव्यू के दौरान किया खुलासा

 


भारत ने कंगारुओं के खिलाफ बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में अपनी बादशाहत कायम रखते हुए 2-1 से श्रंखला अपने नाम कर लिया। अहमदाबाद में खेला जा रहा अंतिम टेस्ट बिना किसी नतीजे के रहा और दोनों टीमों के कप्तानों की सहमति के बाद अंपायर ने मैच को ड्रॉ घोषित किया। इस पूरी सीरीज में दोनों टीमों की तरफ से कुछ खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अपनी छाप छोड़ी। उन खिलाडियों में से एक रहे टीम इंडिया के बल्लेबाज शुभमन गिल (Shubman Gill) और ऑस्ट्रेलियाई ऑफ स्पिनर नाथन लायन। मैच के बाद दोनों को एक साथ इंटरव्यू के लिए बुलाया गया जहां शुभमन गिल (Shubman Gill) ने इस कंगारू गेंदबाज की जमकर तारीफ की।

“वह आपके धैर्य की परीक्षा लेता है..”

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच आखिरी टेस्ट ड्रॉ पर छूटा और इस तरह भारतीय टीम चार टेस्ट मैचों की सीरीज में 2-1 से जीत दर्ज करने में कामयाब रही। दोनों टीमों के बीच आखिरी मुकाबले में कड़ी टक्कर देखने को मिला। साथ ही इस मैच में दोनों ही टीमों की तरफ से कुछ खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अपनी टीम को अच्छी स्थिति में पहुंचाया।

टीम इंडिया की तरफ से शुभमन गिल (Shubman Gill) ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए अपना दूसरा टेस्ट शतक जड़ा। वहीं ऑस्ट्रेलिया की तरफ से नाथन लायन ने गजब की गेंदबाजी की और भारतीय बल्लेबाजों को खुलकर रन बनाने नहीं दिया। मैच के बाद शुभमन गिल (Shubman Gill) ने नाथन लायन की खूब प्रशंसा करते हुए कहा,

“लायन हमेशा सटीक गेंदबाजी करते हैं। वह आपके धैर्य की परीक्षा लेता है। तीसरे दिन का पहला सत्र मेरे और रोहित भाई के लिए काफी चुनौतीपूर्ण था जब वह गेंदबाजी कर रहे थे। वह बल्लेबाज को शॉट लगाने के ज्यादा मौके नहीं देते हैं क्योंकि वह लगातार ऑफ स्टंप के बाहर गेंदबाजी करते हैं।”

अपने चयन को सही ठहराया

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टेस्ट में केएल राहुल के स्थान पर जब शुभमन गिल (Shubman Gill) को टीम इंडिया में शामिल किया गया था तब उनसे बेहतर प्रदर्शन करने का काफी दबाव था। हालांकि वह उस मैच में कुछ खास कर नहीं सके और दोनों पारियों में केवल 21 और पांच के ही स्कोर बनाए थे। भारतीय इस मैच को हार गई थी जिसके बाद शुभमन गिल (Shubman Gill) सहित टीम इंडिया के तमाम बल्लेबाजों की जमकर आलोचना हुई थी।

आलोचना से विचलित हुए बिना शुभमन गिल (Shubman Gill) ने अपने सेलेक्शन को सही साबित बताते हुए अगले मैच में शानदार शतक लगाया। उन्होंने 128 रनों की अपनी पारी में 12 चौके और एक छक्का लगाया और अपनी टीम को बेहतर स्थिति में पहुंचाया।

भारत लगातार दूसरी बार WTC के फाइनल में

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी जब शुरु हुआ था,तब टीम इंडिया का लक्ष्य न सिर्फ कंगारुओं को अपनी घरेलू सरजमीं पर धूल चटाना था बल्कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचना भी था। चार मैचों की सीरीज के आखिरी टेस्ट ड्रॉ रहा। हालांकि मैच का परिणाम आने से पहले ही टीम इंडिया के लिए खुशखबरी आ गई और वह वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में क्वालिफाई करने वाली दूसरी टीम बन गई। टीम इंडिया अब 7 जून से 11 जून तक ओवल में होने वाले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से दो-दो हाथ करेगी।

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