रॉबिन उथप्पा ने खोली टीम इंडिया की पोल, बताया क्यों हर आईसीसी टूर्नामेंट में शर्मनाक तरीके से हारकर बाहर होता है भारत

 


भारतीय टीम में साल 2013 चैंपियंस ट्रॉफी के बाद अभी तक कोई भी आईसीसी की ट्रॉफी नही जीती है। वहीं अगर बात मल्टी नेशन्स टूर्नामेंट की करें तो वहां भी पिछले कुछ सालों में टीम इंडिया का ज्यादा खास प्रदर्शन देखने को नहीं मिला है। एशिया कप 2022 में भी टीम ने काफी खराब प्रदर्शन किया था। पिछले 2 सालों में भारतीय टीम में बदलाव के नाम पर टीम के कप्तान और टीम के कोच बदले गए हैं। वह इस मुद्दे को लेकर अब टीम के पूर्व खिलाड़ी ने बड़ा बयान दिया है।

रॉबिन उथप्पा ने खोली भारतीय क्रिकेट की पोल

रॉबिन उथप्पा ने सीधे-सीधे शब्दों में इस मुद्दे पर अपनी राय रखी है। रॉबिन उथप्पा ने पीटीआई को दिए एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि ‘मुझे लगता है कि खिलाड़ियों में टीम में अपनी जगह को लेकर सुरक्षा की भावना की कमी है. पिछले काफी समय से टीम में लगातार बदलाव हो रहे हैं. जब एक खिलाड़ी सुरक्षित महसूस नहीं करता तो वह हमेशा अपनी जगह बचाने की मानसिकता के साथ रहता है. इसके उलट जब वह जगह को लेकर आश्वस्त रहता है तो अपने प्रदर्शन पर बेहतर तरीके से ध्यान दे सकता है.’

रॉबिन उथप्पा ने दिया आईपीएल का उदाहरण

इसी के साथ उन्होंने भारत की T20 वर्ल्ड कप विजेता टीम 2007 का हिस्सा रहे रॉबिन उथप्पा ने आईपीएल का उदाहरण देते हुए कहा कि “आप आईपीएल को ही देख लीजिए, ज्यादातर बार ऐसी टीमों ने खिताब जीते हैं, जिसने अंतिम एकादश में कम बदलाव किए हैं. चेन्नई (सुपर किंग्स) और मुंबई (इंडियन्स) की सफलता भी इस बात पर मुहर लगाते हैं। मुझे लगता है कि खिलाड़ियों में सुरक्षा की भावना देना जरूरी है। पिछले कुछ समय से भारतीय टीम में जो हो रहा उससे खिलाड़ी सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे और अहम मौकों पर उनका प्रदर्शन उभर कर नहीं आता। “

कुलदीप को बाहर करने से गया गलत संदेश

भारतीय टीम के लिए 46 वनडे और 13 T20 अंतरष्ट्रीय मुकाबला खेलने वाले रॉबिन उथप्पा ने अच्छा प्रदर्शन करने के बाद अगले मैच में खिलाड़ियों को टीम से बाहर रखने की भी काफी आलोचना की है उन्होंने कहा कि

‘बांग्लादेश टेस्ट सीरीज में मैन ऑफ द मैच लेने के बाद कुलदीप को टीम से बाहर करने से बड़े स्तर पर एक अच्छा संदेश गया है. आप कुलदीप को एक बार समझा सकते हैं लेकिन टीम को क्या संदेश जाता है? इससे युवा खिलाड़ियों में एक गलत संदेश जाता है कि मैन ऑफ द मैच लेने के बाद भी टीम में आपकी जगह पक्की नहीं है.’

इसी के साथ उन्होंने अपनी बात को आगे बढ़ाया और कहा कि “टीम में अंदर क्या हो रहा मुझे इसकी जानकारी नहीं है लेकिन बाहर से मुझे ऐसा ही लगता है. यह जरूर है कि हमारे पास प्रतिभा की कोई कमी नहीं है लेकिन टीम में जगह को लेकर उन्हें भरोसा होना चाहिए। “

0/Post a Comment/Comments