भारत के लिए तीनो फ़ॉर्मेट नहीं खेल सकते हैं जसप्रीत बुमराह, जल्द ही टेस्ट क्रिकेट से करना होगा संन्यास का ऐलान


जसप्रीत बुमराह विश्व क्रिकेट के सबसे श्रेष्ठ गेंदबाजों में से एक हैं. उनकी यार्कस से हर बल्लेबाज कांपता है. बुमराह इस समय पीठ की चोट के वजह से टीम से बाहर है. बुमराह पहले एशिया कप से बाहर हुए और फिर टी-टवेंटी विश्व कप से भी बाहर हो गए. बुमराह के गेंदबाज पर आस्ट्रेलिया के पूर्व खिलाड़ी ने चौंकाने वाला बयान दिया है.

क्या कहा है जेफ थॉमसन ने

जसप्रीत बुमराह पर बोलते हुए चेफ थाॅमसन ने कहा है कि, “बुमराह अपने शरीर पर बहुत अधिक बोझ डालते हैं क्योंकि वह सभी प्रारूपों में खेलते हैं और ऐसे में वे चोटिल हो जाते हैं. अब फैसला उन पर है कि वह क्या करना चाहते हैं. दर्शक चाहते हैं कि वह सीमित ओवरों की क्रिकेट में खेले. वह सीमित ओवरों की क्रिकेट में उसे गेंदबाजी करते हुए देखने के लिए स्टेडियम में आते हैं. वनडे में केवल 60 और टी20 में 24 गेंद करनी होती हैं जो इस पर निर्भर करता है कि वह किस प्रारूप में खेलता है.”

उन्होंने आगे कहा कि ‘टेस्ट क्रिकेट में उसे एक दिन में 15 ओवर करने की जरूरत पड़ेगी. आप अच्छी तरह से समझ सकते हैं कि अपना करियर लंबा खींचने के लिए आपको किस प्रारूप में खेलना चाहिए. जिस तरह से प्रत्येक साल विश्व कप हो रहे हैं सीमित ओवरों की क्रिकेट भी कम महत्वपूर्ण नहीं रह गई है.’

एक दशक से ज्यादा शीर्ष पर नही रह सकते

चेक थॉमसन ने कहा है कि बुमराह या कोई भी गेंदबाज ज्यादा से ज्यादा 10 साल शीर्ष पर रह सकता है. उन्होंने अपनी बात को समझाते हुए आगे कहा कि, ‘खिलाड़ी के करियर में आप केवल एक दशक तक अपने चरम पर रहकर गेंदबाजी कर सकते हैं. इसलिए भावनाओं से परे यह जानना जरूरी है कि आपके लिए सही क्या है. ऐसा क्या है जिससे कि आपका करियर बेहतर तरीके से आगे बढ़े और ऐसा क्या है जिससे कि आप लंबे समय तक अपने देश की सेवा कर सकें.’

उन्होंने बुमराह को सलाह देते हुए कहा कि ‘यह इस पर निर्भर करता है कि दर्शक क्या चाहते हैं और वह क्या चाहता है. यदि लोग चाहते हैं कि वह भारत के लिए सीमित ओवरों की क्रिकेट में गेंदबाजी करे और अगर वह भारत को विश्वकप दिलाने में मदद कर सकता है तो फिर उसे अन्य प्रारूपों के लिए सीमित ओवरों का प्रारूप क्यों छोड़ना चाहिए.’

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