4 दिग्गज भारतीय खिलाड़ी जो विश्व कप के बड़े मैचों में रहे असफल, देख रो पड़े थे प्रशंसक


जब कभी भी आईसीसी टूर्नामेंट और भारतीय टीम की बात की जाती है, तो कुछ दिग्गज खिलाड़ियों से बेहतरीन प्रदर्शन की उम्मीद लगाई जाती है। कुछ दिग्गज Indian Cricketers द्वारा ऐसे में अच्छा प्रदर्शन करके दिखाया भी गया है।

वहीं इनमें से कुछ खिलाड़ी ऐसे भी हैं, जो आईसीसी के किसी भी महत्वपूर्ण मैच के दौरान अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रहते हैं, तो खिलाड़ी और फैंस दोनों द्वारा ही इसे अधिक पसंद किया जाता है।

यह कहना बिल्कुल सच साबित होगा कि आईसीसी इवेंट्स के दौरान मुश्किल परिस्थितियों में प्रमुख खिलाड़ियों का फेल होना भी गेम का एक हिस्सा ही रहा है।

आज हम आपको इस आर्टिकल के जरिए ऐसे 4 भारतीय खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे जो वर्ल्ड कप के प्रमुख मैचों के दौरान भारत के लिए अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम साबित हुए हैं।

सचिन तेंदुलकर (आईसीसी 2003 वर्ल्ड कप)

जोहान्सबर्ग में खेले गए वर्ल्ड कप के फाइनल के दौरान ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 2 विकेट खोकर 359 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से सबसे अधिक रन कप्तान रिकी पोटिंग द्वारा बनाए गए।

रिकी पोंटिंग ने 121 गेंदों में 4 चौके और 8 छक्कों की सहायता से नाबाद 140 रनों की शानदार पारी खेली गई। लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर पर भी सबकी उम्मीदें टिकी हुई थी, कि वह कोई बड़ी पारी खेलेंगे।

इसके पीछे का मुख्य कारण यह था, कि सचिन द्वारा इस टूर्नामेंट के दौरान सबसे अधिक रन बनाए गए थे। पहले ओवर के दौरान सचिन 4 रन बनाकर पवेलियन की तरफ लौट गए। यह मैच 125 रनों के विशाल अंतर से भारत हार गया था।

वीरेंद्र सहवाग (आईसीसी 2011 वर्ल्ड कप)

आईसीसी 2011 वर्ल्ड कप वीरेंद्र सहवाग का अच्छा गया। वीरू आठ मैचों में 380 रन बनाने में कामयाब रहे, जिसमें बांग्लादेश के खिलाफ एक शतक भी था। वानखेड़े ने श्रीलंका के खिलाफ फाइनल में उनसे काफी उम्मीदें लगाई गईं थीं, लेकिन वह उम्मीदों पर खरे ना उतर सके, और जीरो पर आउट हो गए।

भारत ने इस मैच के दौरान वर्ल्ड कप जीतने के लिए श्रीलंका को 275 रनों का टारगेट दिया था। भारत द्वारा यह मैच कप्तान एमएस धोनी के नाबाद 91(79) और गौतम गंभीर के 97 (122) रनों की पारियों की सहायता से 6 विकेट से अपने नाम कर लिया गया।

विराट कोहली (आईसीसी 2015 वर्ल्ड कप)

इस सेमीफाइनल के दौरान ऑस्ट्रेलिया द्वारा पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवरों में 7 विकेट खोकर 328 रनों का स्कोर खड़ा किया गया था।

टीम की तरफ से सबसे अधिक रन स्टीव स्मिथ द्वारा बनाए गए, उनके द्वारा 93 गेंदों में 11 चौकों और दो छक्कों की सहायता से 150 रनों की पारी खेली गई।

रोहित शर्मा और शिखर धवन द्वारा लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम को 76 रनों की साझेदारी करते हुए बेहतरीन शुरुआत दी गई। इसके बाद 45 रन बनाकर धवन आउट हो गए।

धवन के आउट होने के बाद रन मशीन के नाम से मशहूर विराट कोहली बल्लेबाजी करने के लिए मैदान पर उतरे। फैंस उम्मीद लगाए थे, कि विराट बड़ी पारी अवश्य खेलेंगे, लेकिन वह तो 13 गेंदों में सिर्फ 1 रन बनाकर ही आउट हो गए। भारत को इस सेमीफाइनल के दौरान 95 रनों से हार का सामना करना पड़ा।

युवराज सिंह (आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप 2014)

2014 के वर्ल्ड कप के दौरान विराट कोहली के दम पर भारत शानदार प्रदर्शन करने में कामयाब रहा, और टूर्नामेंट जीतने के लिए टीम की पसंदीदा टीम प्रतीत हो रहा था।

भारतीय टीम का फाइनल मैच श्रीलंका के साथ हुआ, जिसमें भारतीय उपकप्तान विराट कोहली द्वारा शानदार प्रदर्शन करते हुए अर्द्धशतक ठोक दिया गया।

फैंस और टीम को ऐसा प्रतीत हो रहा था। कि भारत बड़ा स्कोर बनाने में कामयाब होगा, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। मध्यक्रम में बल्लेबाजी करने आए युवराज सिंह द्वारा अंत तक स्ट्रगल ही किया जाता रहा। तेजी से रन बनाने के लिए वह अपनी 21 गेंदे बर्बाद कर बैठे।

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