क्या मोहम्मद शमी का वनडे करियर हो चुका है खत्म? ऑस्ट्रेलिया दौरे से बाहर होने के बाद उठे बड़े सवाल

 


टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे और टी20 सीरीज के लिए अपनी टीम का ऐलान कर दिया है, और इसमें चौंकाने वाली बात यह भी रही कि मोहम्मद शमी का नाम वनडे टीम में ना होना। कभी भारत की पेस अटैक की रीढ़ माने जाने वाले शमी को लगातार टीम से बाहर रखा जा रहा है। क्या अब उनका वनडे करियर लगभग खत्म माना जाए? टीम चयन से लेकर भविष्य की रणनीति तक कई संकेत इसी ओर इशारा कर रहे हैं।

भारतीय टीम चयनकर्ताओं ने शनिवार(4 अक्टूबर) को ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए वनडे और टी20 टीम की घोषणा कर दी है, और वनडे स्क्वाड में मोहम्मद शमी का नाम दरकिनार रहा है। यह वही तेज गेंदबाज़ हैं जिन्होंने पिछले कुछ सालों में टीम इंडिया के लिए कई यादगार प्रदर्शन किए, लेकिन अब लगता है कि चयनकर्ता भविष्य की योजनाओं में उन्हें जगह देने के मूड में नहीं हैं।

2013 में वनडे डेब्यू करने वाले शमी भारत के सबसे सफल पेसरों में से एक रहे हैं। शमी ने अभी तक अपने वनडे करियर में 108 मैचों में 24.1 की औसत से 206 विकेट चटकाए हैं। लेकिन बीते कुछ समय से उनका करियर ढलान पर दिखाई दे रहा है। एशिया कप 2025 और वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज के बाद अब ऑस्ट्रेलिया सीरीज से भी बाहर रखे जाने के बाद यह कयास तेज़ हो गए हैं कि उनका वनडे करियर अब लगभग खत्म हो गया है।

चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में शमी ने चोट के वाद वापसी की थी और शानदार प्रदर्शन भी किया था। शमी ने यहां 5 मैचों में 25.89 की औसत से 9 विकेट झटके थे। लेकिन यह वापसी उनके लंबे करियर का आखिरी उजाला साबित हुई। उसके बाद आईपीएल में 9 मैचों में 11.23 की इकॉनमी के साथ सिर्फ 6 विकेट ही हासिल कर पाए, जो चयनकर्ताओं का शायद रास नहीं आया है।

चयन समिति अब नई पीढ़ी के गेंदबाज़ों पर भरोसा दिखा रही है। आस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में मोहम्मद सिराज पेस अटैक की अगुवाई करते दिखेंगे, जबकि हर्षित राणा, प्रसिद्ध कृष्णा और अर्शदीप सिंह जैसे युवा गेंदबाज़ भविष्य के लिए तैयार किए जा रहे हैं। वहीं ऑलराउंडर नितीश कुमार रेड्डी को भी मौका देकर टीम मैनेजमेंट ने अपने ‘यूथ प्लान’ का संकेत दे दिया है।

शमी फिलहाल घरेलू क्रिकेट में सक्रिय हैं, लेकिन 35 साल की उम्र में लगातार चोटों और फिटनेस चुनौतियों के चलते टीम इंडिया की योजनाओं में उनकी वापसी मुश्किल नजर आती है। 2027 वर्ल्ड कप तक वे 37 साल के हो जाएंगे, और मौजूदा टीम मैनेजमेंट की सोच अब पूरी तरह से युवा खिलाड़ियों पर केंद्रित है।

भारतीय क्रिकेट का यह योद्धा भले ही मैदान से दूर हो गया हो, लेकिन इनके फैंस अभी भी चाहेंगे कि यह एक बार फिर टीम इंडिया कि जर्सी में खेलता देखे।

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