बुमराह के वर्कलोड की कहानी कैसे होगी खत्म? ग्लेन मैकग्राथ ने बताया उपाय

 


बीते कुछ समय से जसप्रीत बुमराह के वर्कलोड को लेकर काफी चर्चाएं चल रही हैं लेकिन अभी तक इस समस्या का हल नहीं निकला है और वर्कलोड मैनेज करने के चक्कर में भारतीय टीम कई टेस्ट मैचों में बुमराह की सेवाओं को मिस कर चुकी है ऐसे में हर कोई इस वर्कलोड वाली समस्या का हल जानना चाहता है और इसी बीच ऑस्ट्रेलिया के महान गेंदबाज ग्लेन मैकग्राथ ने इस प्रॉब्लम का सोल्यूशन देने की कोशिश की है।

महान तेज गेंदबाज ग्लेन मैक्ग्रा का मानना है कि जसप्रीत बुमराह का अपरंपरागत गेंदबाजी एक्शन शरीर के लिए काफी मुश्किल है और इस भारतीय तेज गेंदबाज को फिट रहने के लिए नियमित ब्रेक की जरूरत है। उन्होंने कहा कि बुमराह के वर्कलोड पर नजर रखने के लिए अन्य गेंदबाजों को आगे आकर जिम्मेदारी लेनी होगी।

चेन्नई में एमआरएफ पेस फाउंडेशन कार्यक्रम में बोलते हुए मैक्ग्रा ने कहा, "आप चाहते हैं कि आपका सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज गेंदबाजी करे और वो हर समय गेंदबाजी करना चाहेगा। अगर वो केवल छोटे स्पेल में गेंदबाजी कर रहा है, तो बल्लेबाजी करने वाली टीम को पता होगा कि वो केवल तीन या चार ओवर ही कर सकते हैं और फिर वो हट जाएंगे। इसलिए ये काफी हद तक अन्य गेंदबाजों पर निर्भर करता है।"

आगे बोलते हुए मैकग्राथ ने कहा, "आपको संतुलन बनाने के लिए तेज़ गेंदबाज़ों के एक और समूह की ज़रूरत है ताकि उसे लंबे स्पैल न डालने पड़ें। आपके पास काम का बोझ उठाने के लिए समान रूप से अच्छी गेंदबाज़ी करने वाले दूसरे गेंदबाज़ भी हैं। आप बुमराह को ही देख लीजिए, वो वनडे और टी-20 क्रिकेट में बहुत प्रभावी हैं। खुद को सिर्फ़ टेस्ट क्रिकेट तक सीमित रखना शर्म की बात होगी। लेकिन, उसे ये समझना होगा कि उसके लिए सबसे अच्छा क्या है।"

उन्होंने आगे बोलते हुए कहा, “उनका पूरा एक्शन कई तेज़ गेंदबाज़ों से अलग है। उनका रन-अप धीमा है और आखिरी कुछ कदम क्रीज़ पर उन्हें तेज़ी से दौड़ाने में मदद करते हैं। उनका हाइपरएक्सटेंशन है और उनकी कलाई भी कमाल की है। जिस तरह से वो गेंद छोड़ते हैं, वो उनकी तकनीक की वजह से बाकी सभी गेंदबाज़ों की तुलना में बल्लेबाज़ के ज़्यादा क़रीब होता है। इसलिए, उनमें बहुत कुछ अनोखा है, लेकिन जब वो इसे सही करते हैं, तो सब कुछ ठीक हो जाता है। उन्होंने पाया है कि उनके लिए क्या कारगर है।”

0/Post a Comment/Comments