Gautam Gambhir press conference: मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड क्रिकेट ग्राउंड पर भारत और इंग्लैंड के बीच खेला गया चौथा टेस्ट मैच भले ही ड्रॉ पर समाप्त हुआ हो, लेकिन इसके आखिरी क्षणों में घटी घटनाओं ने मैच को और भी दिलचस्प बना दिया। मैच के 138वें ओवर के बाद इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने ड्रॉ का प्रस्ताव रखा, क्योंकि यह तय था कि अब नतीजा संभव नहीं है। लेकिन ऐसा नहीं हो पाया।
इंग्लैंड के एक पत्रकार ने टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) से इस मामले पर सवाल किया। जिसका जवाब उन्होंने पत्रकार की आंखों में देखकर दिया। दरअसल, उस समय रवींद्र जडेजा 89 और वाशिंगटन सुंदर 80 रन पर थे, और दोनों अपने शतक के बेहद करीब थे। ऐसे में दोनों बल्लेबाजों ने खेल जारी रखने का फैसला किया। इंग्लैंड के खिलाड़ियों को यह रवैया पसंद नहीं आया और मैदान पर कुछ गर्मजोशी देखने को मिली।
Gautam Gambhir ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिया करारा जवाब
मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर से आखिरी क्षणों में हुई घटनाओं के बारे में सवाल पूछे गए, तो उन्होंने इंग्लिश मीडिया को भी करारा जवाब दिया। गौतम गंभीर ने कहा, "अगर कोई बल्लेबाज 90 और 85 रन पर हो, तो क्या वह शतक का हकदार नहीं है? क्या वह मैदान छोड़ देगा? अगर यही स्थिति किसी इंग्लैंड के खिलाड़ी के साथ होती और उसे अपना पहला टेस्ट शतक लगाना होता, तो क्या आप उसे ऐसा नहीं करने देते?"
जडेजा और सुनंद दीवार की तरह खड़े रहे
इस मैच में वाशिंगटन सुंदर ने अपने टेस्ट करियर का पहला शतक लगाया, जबकि रवींद्र जडेजा ने अपना पांचवां टेस्ट शतक लगाया, जो इंग्लैंड में उनका दूसरा शतक था। ऋषभ पंत के चोटिल होने के कारण सुंदर को 5वें नंबर पर बल्लेबाजी करने का मौका मिला और उन्होंने इसका पूरा फायदा उठाया। सुंदर और जडेजा के बीच पांचवें विकेट के लिए 203 रनों की अटूट साझेदारी ने भारत को मैच में वापस ला दिया और टीम इंडिया ने मजबूत स्थिति में रहते हुए ड्रॉ स्वीकार कर लिया।
मैनचेस्टर टेस्ट में जडेजा और सुनंद का प्रदर्शन
मैनचेस्टर टेस्ट की पहली पारी में रवींद्र जडेजा 20 रन और वाशिंगटन सुंदर 27 रन बनाकर आउट हुए थे। लेकिन दूसरी पारी में दोनों ने नाबाद शतकीय पारी खेली। रवींद्र जडेजा ने 185 गेंदों में 57.83 के स्ट्राइक रेट से नाबाद 107 रन बनाए। जिसमें 13 चौके और 1 छक्का शामिल था। वहीं, वाशिंगटन सुंदर ने 206 गेंदों में 49.02 के स्ट्राइक रेट से नाबाद 101 रन बनाए। जिसमें 9 चौके और एक छक्का शामिल था।
एक टिप्पणी भेजें