विराट कोहली के भाई ने भारतीय गेंदबाज़ों पर कसा तंज, बोले- 'कभी हमारी टीम 20 विकेट निकालती थी'

 


Virat Kohli Brother Slams Indian Bowlers: मैनचेस्टर टेस्ट में पहली पारी में इंग्लैंड के बल्लेबाज़ों के आगे भारत की टीम बुरी तरह दब गई, और 311 रन की विशाल बढ़त से पिछड़ गई। इसी बीच, विराट कोहली के भाई विकास कोहली ने टीम इंडिया की गेंदबाज़ी पर नाराज़गी जताते हुए पुराने दिनों की याद दिलाई। दूसरी पारी में भले ही रविंद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर की शतकीय साझेदारी ने मैच ड्रॉ कराया, लेकिन गेंदबाज़ों का खराब प्रदर्शन चर्चा का बड़ा मुद्दा बना हुआ है।

ओल्ड ट्रैफर्ड, मैनचेस्टर में खेले गए सीरीज़ के चौथे टेस्ट में टीम इंडिया का गेंदबाज़ी डिपार्टमेंट पूरी तरह फ्लॉप रहा। पहली पारी में 358 रन पर सिमटने के बाद भारतीय गेंदबाज़ इंग्लैंड के बल्लेबाज़ों को रोकने में पूरी तरह नाकाम रहे। इंग्लैंड ने बल्लेबाज़ी की अनुकूल पिच का पूरा फायदा उठाते हुए 669 रन बनाए और 311 रन की बढ़त हासिल कर ली।

टीम इंडिया के इस निराशाजनक गेंदबाज़ी प्रदर्शन पर विराट कोहली के भाई विकास कोहली भी नराज लगे। उन्होंने थ्रेड्स पर लिखा, "कुछ समय पहले तक हमारी टेस्ट टीम 20 विकेट निकालती थी," यह बयान सीधे उस समय की ओर इशारा करता है जब विराट की कप्तानी में तेज गेंदबाज़ी यूनिट विपक्षी टीमों को दो-दो बार आउट करने के लिए मशहूर थी।

हालांकि, इतनी बड़ी बढ़त के बावजूद टीम इंडिया ने दूसरी पारी में हिम्मत नहीं हारी। कप्तान शुभमन गिल और केएल राहुल के जल्दी आउट होने के बाद रविंद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर ने मोर्चा संभाला। दोनों ने मिलकर पांचवें विकेट के लिए 203 रन जोड़े। जडेजा 107* और सुंदर 101* पर नाबाद रहे और भारत ने पांच से ज्यादा सेशन निकालते हुए मैच ड्रॉ कराया।

इंग्लैंड के गेंदबाज़, जो पहली पारी में कहर बरपा रहे थे, आखिरी दिन विकेट लेने के लिए तरसते रहे। बेन स्टोक्स (141 रन और पांच विकेट) को लगातार दूसरी बार प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। यह ओल्ड ट्रैफर्ड में भारत का 35 साल में पहला ड्रॉ रहा, पिछली बार 1990 में ऐसा हुआ था।

सीरीज़ फिल्हाल  2-1 से इंग्लैंड के पक्ष में है और आखिरी मुकाबला 31 जुलाई से द ओवल में खेला जाएगा। भारत के लिए जडेजा-सुंदर की साझेदारी राहत लेकर आई, लेकिन विकास कोहली के बयान से साफ है कि गेंदबाज़ी पर टीम को तुरंत ध्यान देने की ज़रूरत है। जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज की वर्कलोड मैनेजमेंट, कुलदीप यादव की गैरमौजूदगी और शार्दुल ठाकुर की फॉर्म जैसी दिक्कतें सेलेक्टर्स के सामने बड़ी चुनौती बनेंगी।

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