Shubham Sharma: भारतीय टेस्ट टीम में राहुल द्रविड़ (rahul dravid) के बाद यदि कोई दूसरा भरोसेमंद बल्लेबाज रहा है तो वह नाम है चेतेश्वर पुजारा (cheteshwar pujara) का। पुजारा ने कई बार अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी से टीम इंडिया को मुसीबत से निकाला है, लेकिन अब वो टीम से बाहर है।
अब यह प्रश्न उठ गया है कि क्या टीम इंडिया में कोई पुजारा की जगह ले सकता है या नहीं, तो जवाब है, हां अब एक ऐसा बल्लेबाज आ गया है शुभम शर्मा (Shubham Sharma), जो चेतेश्वर पुजारा की तरह ही बल्लेबाजी करता है, और उनकी जगह ले सकता है..
रणजी ट्रॉफी में शुभम शर्मा का जबरदस्त प्रदर्शन
यहां बात हो रही है मध्य प्रदेश के बल्लेबाज शुभम शर्मा (Shubham Sharma) ने रणजी ट्रॉफी 2024-25 में ऐसा धमाल मचाया कि गेंदबाजों के लिए वह नई “दीवार” बन गए। उनकी बल्लेबाजी में वही भरोसेमंद ठहराव दिखा, जो भारतीय क्रिकेट में चेतेश्वर पुजारा की पहचान रही है। शुभम ने सात मैचों की 12 पारियों में 943 रन बनाए, जिसमें तीन बार नाबाद रहते हुए उनका औसत 104.77 रहा।
यह आंकड़े टेस्ट क्रिकेट के दिग्गजों को भी मात देने का दम रखते हैं। इस दौरान उन्होंने तीन शतक और चार अर्धशतक जमाए, जिनमें से एक 240 रन की शानदार पारी भी शामिल है। शुभम शर्मा (Shubham Sharma) का खेल उनकी तकनीकी मजबूती और धैर्य को दर्शाता है, जो टेस्ट क्रिकेट के लिए बेहद जरूरी होता है।
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Shubham Sharma बन सकते हैं अगला चेतेश्वर पुजारा?
भारतीय क्रिकेट में चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) की पहचान एक ऐसे बल्लेबाज की रही है, जो मुश्किल परिस्थितियों में टीम को उबारते हैं। शुभम शर्मा भी रणजी ट्रॉफी में कई मौकों पर मध्य प्रदेश के लिए वही भूमिका निभाते दिखे। जब भी टीम मुश्किल में फंसी, शुभम शर्मा (Shubham Sharma) ने न केवल टिककर बल्लेबाजी की, बल्कि जीत की नींव भी रखी।
पुजारा की तरह ही शुभम का खेल भी लंबी पारियां खेलने और गेंदबाजों को थकाने पर आधारित है। रणजी में उनका मौजूदा प्रदर्शन यही संकेत देता है कि वह भारतीय टेस्ट टीम में पुजारा की जगह ले सकते हैं।
शुभम शर्मा का अब तक का फर्स्ट क्लास करियर
शुभम शर्मा (Shubham Sharma) के फर्स्ट क्लास करियर के आंकड़े भी उनके बेहतरीन बल्लेबाज होने का सबूत देते हैं। उन्होंने अब तक 66 मैचों की 110 पारियों में 42.00 की औसत से 4145 रन बनाए हैं, जिसमें 11 शतक और 23 अर्धशतक शामिल हैं। उनकी यह निरंतरता दिखाती है कि वह बड़े स्तर पर भी भारतीय टीम के लिए अहम योगदान दे सकते हैं।
रणजी में शानदार प्रदर्शन के बाद अब सवाल यह है कि क्या चयनकर्ता उन्हें अगला पुजारा बनने का मौका देंगे? अगर शुभम को टेस्ट टीम में मौका मिलता है, तो वह भारतीय क्रिकेट को एक नया “दीवार”दे सकते हैं।
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