जब भारत के खिलाफ ऑस्ट्रेलियाई टीम के साथ-साथ बेईमानी पर उतर आए थे अंपायर, जानें बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का ये काला अध्याय

 


Border-Gavaskar Trophy: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की शुरुआत 22 नवंबर से होने वाली है और यह मुकाबला पर्थ में खेला जाना है। इस श्रृंखला का एक लंबा इतिहास रहा है और इसके दौरान हमें कई किस्से देखने को मिले हैं। इसी कड़ी में सबसे अधिक प्रसिद्ध सीरीज 2008 की रही है। इस दौरान ऑस्ट्रेलियाई प्लयेर्स के साथ-साथ अंपायर पर भी बेईमानी पर उतर आए थे। इस मुकाबले के दौरान टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों के बीच झगड़ा देखने को मिला था। यह दौरा काफी चर्चा का विषय रहा था।

अंपायर ने ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को नहीं दिया था ऑउट 

दरअसल, भारतीय टीम ने साल 2007 में ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया था और इस दौरे पर दोनों टीमों के बीच 4 मैचों की टेस्ट सीरीज खेली गई थी। इस श्रृंखला के के पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया ने 337 रनों से जीत दर्ज की थी और फिर दूसरा मुकाबला सिडनी में खेला गया था। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया के कप्तान रिकी पोंटिंग ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। इसके बाद आरपी सिंह ने उनके दोनों सलामी बल्लेबाजों को 27 रनों के स्कोर पर पवेलियन वापस भेज दिया था। 

इसके बाद नंबर तीन पर बल्लेबाजी करने के लिए आए कप्तान रिकी पोंटिंग का कैच एमएस धोनी ने पकड़ा लेकिन अंपायर स्टीव बकनर ने उन्हें ऑउट करार नहीं दिया। हालाँकि, पोंटिंग 55 रन बनाकर ऑउट हो गए और एक समय पर ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 134/6 हो गया था। इसके बाद दूसरे दिन एक बड़ा विवाद हुआ और एंड्रू साइमंड्स के बल्ले से गेंद किनारा लेते हुए धोनी के दस्तानों में चली गई। हालाँकि, अंपायर बकनर ने एक बार फिर से उन्हें ऑउट देने से इनकार कर दिया। तो वहीं इस घटना के बाद दो बार और एंड्रू को धोनी ने स्टंपिंग किया लेकिन अंपायर बकनर ने ऑउट नहीं दिया और तीसरे अंपायर के पास भी नहीं गए, जबकि दोनों बार साइमंड्स ऑउट थे और यह रीप्ले में साफ़ दिखा था।

तीन जीवनदान मिलने के बाद साइमंड्स ने नाबाद 162 रन बनाए और ऑस्ट्रेलिया ने 463 रन बना लिया। इसके जवाब में भारत ने 532 रन बनाए। इसके बाद भारत की पारी के दौरान एक और घटना हुई, जिसमें हरभजन सिंह के एक हिंदी शब्द को मंकी समझ लिया था और हरभजन पर नस्लीय टिपण्णी करने का आरोप लगा था।

भारतीय बल्लेबाजों को दिया गया गलत ऑउट 

ऑस्ट्रेलिया ने भारत को चौथी पारी में 333 रनों का लक्ष्य दिया था और इसका पीछा करते हुए भारतीय खिलाड़ियों के साथ बेईमानी हुई। एंड्रू साइमंड्स ने राहुल द्रविड़ का एक ग्राउंडेड कैच पकड़ा और अंपायर ने भी ऑउट करार दिया। तो वहीं सौरव गांगुली के साथ भी बिल्कुल ऐसा ही हुआ और उनका एक ग्राउंडेड कैच पोंटिंग ने पकड़ा। इस मैच के बाद BCCI ने ICC से इसकी शिकायत की और दो अंपायर को इस सीरीज से हटा दिया गया।

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