'19 नवंबर भूल तो नहीं गए', ठीक एक साल पहले ऑस्ट्रेलिया ने तोड़े थे 140 करोड़ दिल

 


19 नवंबर, 2023 एक ऐसा रविवार है जिसे कोई भी भारतीय क्रिकेट फैन याद नहीं रखना चाहेगा। ये वो दिन था जब पैट कमिंस की अगुआई वाली ऑस्ट्रेलिया ने रोहित शर्मा की अगुवाई वाली भारतीय टीम को फाइनल में हराकर ना सिर्फ अपना छठा वर्ल्ड कप जीता बल्कि मैच से पहले कहे मुताबिक, 100,000 से ज्यादा फैंस की भीड़ को नरेंद्र मोदी स्टेडियम में शांत भी कर दिया था।

हालांकि, फाइनल से पहले भारतीय टीम ने ऐसा खेल दिखाया जिसके लिए इस वर्ल्ड कप को हमेशा याद किया जाएगा। रोहित शर्मा की कप्तानी में भारतीय टीम ने लगातार 10 मैचों में जीत हासिल करके फाइनल में एंट्री की थी और लगभग हर क्रिकेट फैन को ये लग रहा था कि रोहित की टीम वर्ल्ड कप के एक दशक लंबे इंतज़ार को खत्म कर ही देगी लेकिन उस दिन भारतीय टीम की किस्मत ने उनका साथ नहीं दिया।

इस मैच की बात करें तो पहले बल्लेबाजी करने के लिए आमंत्रित किए जाने के बाद भारतीय टीम ने कप्तान रोहित शर्मा के साथ मजबूत शुरुआत की। रोहित ने आउट होने से पहले 31 गेंदों पर 4 चौकों और 3 छक्कों सहित 47 रन बनाए, जिससे भारत ने पहले 10 ओवरों में 80 रन बना दिए। हालांकि, रोहित शर्मा के आउट होने के बाद भारतीय पारी लड़खड़ा गई और lतब विराट कोहली (54) और केएल राहुल (66) ने धीमी साझेदारी करते हुए पारी को संभालने का काम किया लेकिन इस साझेदारी के टूटते ही भारतीय पारी डगमगा गई और 50 ओवर में भारतीय टीम 240 रन बनाकर ऑलआउट हो गई।

मिचेल स्टार्क ने ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे ज्यादा 3 विकेट लिए। इसके बाद वर्ल्ड कप फाइनल में 241 रनों का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया को भी शुरुआती झटके लगे। डेविड वार्नर, मिचेल मार्श और स्टीव स्मिथ सस्ते में आउट हो गए, जिससे ऑस्ट्रेलिया का स्कोर  सात ओवर के अंदर 47/3 हो गया। ये वो समय था जब हर भारतीय फैन को जीत की महक आनी शुरू हो गई थी लेकिन ये महक ज्यादा देर तक नहीं टिकी क्योंकि ट्रैविस हेड और मार्नस लाबुशेन ने मैच जिताऊ साझेदारी करके ऑस्ट्रेलिया को उनका छठा वर्ल्ड कर जितवा दिया। हेड ने 120 गेंदों पर 137 रन बनाए, जबकि लाबुशेन ने 110 गेंदों पर नाबाद 58 रन बनाए। 

अगर भारतीय टीम इस साझेदारी को जल्दी तोड़ देती तो शायद भारत वर्ल्ड कप जीत जाता लेकिन एक सच ये भी है कि भारतीय टीम उस दिन सिर्फ ऑस्ट्रेलिया से नहीं बल्कि अपनी किस्मत से भी लड़ रही थी क्योंकि जब मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह की गेंद लहरा रही थी तो शतकवीर ट्रैविस हेड को कुछ भी समझ नहीं आ रहा था वो बार-बार बीट हो रहे थे और गेंद उनकी स्टंप के बहुत पास से जा रही थी लेकिन उनकी किस्मत ने उनका उस समय साथ दिया और वो उस समय बच गए औऱ मैच निकालकर ले गए।

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