पीटीवी स्पोर्ट्स द्वारा आयोजित एक शो में बात करते हुए हफीज ने वर्ल्ड कप के लिए इस्तेमाल की जाने वाली पिचों की आलोचना की थी। हफीज ने हाल ही में शो के दौरान कहा, ‘सबसे पहले कल फैसला लिया जाएगा कि टूर्नामेंट आईसीसी आयोजित करा रही है या बीसीसीआई। अब तक हैदराबाद, दिल्ली और धर्माशाला तीन स्थान पर मैच खेले गए हैं। पिच की स्थिति समान थी और मैचों में इसका व्यवहार भी समान था। अगर चेन्नई में पिच वही है जो भारत और ऑस्ट्रेलिया मैच के लिए इस्तेमाल की गई थी, तो समझ में आता है। लेकिन अगर इसमें थोड़ा बदलाव होता है, तो आप समझ सकते हैं कि टूर्नामेंट का आयोजन कौन कर रहा है।’
हफीज ने आगे कहा, ‘कोई प्रभाव नहीं होना चाहिए क्योंकि यह एक आईसीसी टूर्नामेंट है। इसे अपने क्यूरेटर और निर्देशों के अनुसार चलना होगा। यदि पिच पिछली पिच के समान है, तो समझ में आता है। अगर इसमें बदलाव होता है और यह बल्लेबाजी ट्रैक बन जाती है तो बड़ा सवालिया निशान खड़ा होगा।'
वहीं, हफीज के इस बयान पर पूर्व भारतीय खिलाड़ी आकाश चोपड़ा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। चोपड़ा ने कहा, ‘पिच अलग-अलग मिट्टी से बनाई जाती है। इसमें लाल और काली मिट्टी का मिश्रण होता है। इस कारण पिच अलग-अलग तरह से व्यवहार करती है। भाई, चेन्नई के ट्रैक पर और भारत के कई अन्य स्टेडियमों में अब अलग-अलग मिट्टी से पिचें बनाई जाती हैं। आप जानते होंगे कि अलग-अलग मिट्टी से बनी पिचें अलग व्यवहार करती हैं। इसलिए आप आश्चर्यचकित न हों, अगर पूरे वर्ल्ड कप में एक ही स्थान पर पिचें बिल्कुल अलग-अलग व्यवहार करें।'
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