दरअसल, रविवार, 27 अगस्त को यह मैच ट्रिनबागो नाइट राइडर्स और सेंट किट्स और नेविस पैट्रियट्स के बीच खेला जा रहा था। पहली पारी में सेंट किट्स और नेविस पैट्रियट्स बल्लेबाजी कर रही थी। किरोन पोलार्ड की कप्तानी वाली टीम ट्रिनबागो नाइट राइडर्स को आखिरी ओवर शुरू करने में कुछ देर हो गई, उसके बाद अंपायर ने नए नियम के मुताबिक पोलार्ड को रेड कार्ड दिखा दिया।
रेड कार्ड नियम के पहले शिकार बने सुनील नारेन
इस नए रेड कार्ड नियम के मुताबिक अगर गेंदबाजी टीम आखिरी यानी 20वां ओवर करने में लेट हो जाती है, तो उन्हें मैदान पर मौजूद अपने 11 खिलाड़ियों में से किसी एक खिलाड़ी को मैदान के बाहर भेजना होगा। इसके अलावा उन्हें कम से कम 6 खिलाड़ियों को 30 गज़ के दायरे में रखना भी अनिवार्य होगा।
इसी नियम के तहत अंपायर ने ट्रिनबागो नाइट राइडर्स के कप्तान किरोन पोलार्ड को रेड कार्ड दिखाया, जिसके बाद पोलार्ड को अपने टीम के खिलाड़ी सुनील नारेन को मैदान के बाहर भेजना पड़ा। आइए हम आपको सीपीएल में इस्तेमाल हुए सबसे पहले रेड कार्ड का ऐतिहासिक पल दिखाते हैं:
SENT OFF! The 1st ever red card in CPL history. Sunil Narine gets his marching orders 🚨 #CPL23 #SKNPvTKR #RedCard #CricketPlayedLouder #BiggestPartyInSport pic.twitter.com/YU1NqdOgEX
— CPL T20 (@CPL) August 28, 2023
गेंदबाजी टीम को इसका नुकसान भी झेलना पड़ा। ट्रिनबागो की ओर से आखिरी ओवर ड्वेन ब्रावो डाल रहे थे, जिनकी गेंदों पर शेरफन रदरफोर्ड ने 18 रन बनाकर अपनी टीम का स्कोर 20 ओवर में 5 विकेट के नुकसान पर 178 रनों तक पहुंचा दिया। हालांकि, ट्रिनबागो की टीम ने इस लक्ष्य को आसानी से पार करके मैच जीत लिया, लेकिन कप्तान पोलार्ड रेड कार्ड वाले नए नियम से बिल्कुल भी खुश नजर नहीं आए। वहीं, सीपीएल में सबसे पहला रेड कार्ड पाने वाले सुनील नारेन की बात करें तो उन्होंने मैदान से बाहर जाने से पहले 4 ओवर में 24 रन देकर 3 विकेट हासिल किए थे।
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