‘घर जल गया है और मेरा परिवार..’ मणिपुर हिंसा पर टीम इंडिया के इस खिलाड़ी का छलका दर्द, टूर्नामेंट छोड़ वापस लौटा घर


 Team India: बीते कुछ महीनों से मणिपुर में दो समुदायों के जमकर बीच हिंसा हो रही है। इस दंगे की वजह से न जाने कितने ही लोगों के घर जल गए। यही नहीं, बता दें कि इस सामुदायिक हिंसा में अब तक 150 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। दरअसल मणिपुर में कुकी और मैतेई नामक दो समुदायों के बीच जंग छिड़ी हुई है। हाल ही में उसी भयानक हिंसे का शिकार भारतीय टीम इंडिया (Team India) का एक खिलाड़ी भी हुआ है। इस युवा खिलाड़ी के घर को प्रदर्शनकारियों ने जला डाला। वो तो भला हो ईश्वर का कि इस इंडियन प्लेयर के परिजनों को कुछ नहीं हुआ।

टीम इंडिया के खिलाड़ी का घर जलाया

मणिपुर हिंसा ने न केवल मणिपुर को बल्कि पूरे देश को प्रभावित किया है। इस हिंसा में टीम इंडिया (Team India) का खिलाड़ी भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है। दरअसल दंगाइयों ने टीम इंडिया की फुटबॉल टीम के खिलाड़ी चिंगलेनसाना सिंह (Chinglensana Singh) का घर नष्ट कर दिया और उनके गांव को तबाह कर दिया। हालांकि इस हिंसा में उनके परिवार को कोई क्षति नहीं पहुंची। बता दें कि चिंगलेनसाना चुराचांदपुर जिले के खुमुजामा लेकेई के निवासी हैं। जिस वक्त ये घटना हुई, उस वक्त टीम इंडिया (Team India) का यह प्लेयर हैदराबाद एफसी टीम के साथ केरल के कोझिकोड में थे।

“मेरे सपने को जला दिया गया”

मणिपुर हिंसा में टीम इंडिया (Team India) के फुटबॉल प्लेयर चिंगलेनसाना सिंह (Chinglensana Singh) के घर को आग लगा दी। हालांकि इस हमले में जान-माल को क्षति नहीं पहुंची। इस घटना में कोई भी हताहत नहीं हुआ। बता दें कि इस हिंसा में 27 वर्षीय फुटबॉलर की एकेडमी को भी जला दिया गया जिसे उन्होंने युवा प्रतिभाओं को सीखाने के लिए बनाया था। इस इंडियन प्लेयर ने हाल ही में अपना दर्द बयां किया। दरअसल एक हालिया इंटरव्यू के दौरान चिंगलेनसाना ने कहा,

“मैंने खबर सुनी कि हमारा घर जला दिया गया है और इसके बाद चुराचांदपुर में मैंने जो फुटबॉल टर्फ बनाई थी उसे जला दिया गया। यह दिल तोड़ने वाला था। मैंने युवा खिलाड़ियों को मंच मुहैया कराने का बड़ा सपना देखा था लेकिन यह छीन लिया गया। भाग्य से मेरा परिवार हिंसा से बच गया और उन्हें राहत केंद्र में रखा गया।”

हरभजन सिंह ने सरकार पर उठाया था सवाल

हाल ही में सोशल मीडिया पर एक ऐसा वीडियो वायरल हुआ। जिसने भारत की लोकतंत्र और धार्मिक सहिष्णुता की धज्जियां उड़ा के रख दिया। दरअसल ये वीडियो मणिपुर की है। मणिपुर में हजारों की तादात में भीड़, दो महिलाओं को निर्वस्त्र करके ले जाते हुए दिखाई दे रही थी। बाद में ऐसी जानकारियां आई कि भीड़ ने उस महिला के साथ सामुहिक बालात्कार किया। इसी के ऊपर पूर्व भारतीय कप्तान हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस घटना को लेकर अपना गुस्सा सोशल मीडिया के जरिए दिखाया है। दरअसल भज्जी (Harbhajan Singh) ने एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने कहा,

“अगर मैं कहूं कि मैं गुस्सा हूं तो ये काफी कम होगा। मणिपुर में हुई इस घटना पर मैं बेहद शर्मिंद हूं। यदि इस जघन्य अपराध को अंजाम देने वाले अपराधियों को सजा नहीं मिलती है, तो हमें अपने आप को इंसान कहना बंद कर देना चाहिए। जो कुछ भी हुआ उससे मुझे बहुत अशांति पहुंची। बस, अब बहुत हुआ। सरकार को कारवाई करनी ही होगी”

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