क्रिकेट के खेल में फैंस की दीवानगी देखते ही बनती है। खासकर भारत की बात करें तो फैंस यहां अपने चेहते क्रिकेटरों को भगवान की तरह पूजते और मानते हैं। कई अपनी बाजुओं और शरीर पर फेवरेट क्रिकेटरों का नाम तक गुदवा लेते हैं, तो कुछ ऐसे भी होते हैं जो अपने स्टार की नकल करते हैं। फिर चाहे वो खिलाड़ियों का ड्रेसिंग सेंस हो या हेयर स्टाइल, इनको देखने के बाद असली और नकली में फर्क करना भी मुश्किल पड़ जाता है। मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर से लेकर विराट कोहली तक के आपने हमशक्ल देखे होंगे, लेकिन आज हम जिस शख्स की कहानी सुना रहे वह भारतीय टीम के गब्बर शिखर धवन की हुबहु कॉपी हैं।
भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन किसी पहचान की मोहताज नहीं। बल्लेबाजी के दौरान शिखर जितने आक्रामक हैं, फील्डिंग के दौरान उतने ही कूल और मस्ती करना पसंद करते हैं। कैच लेने के बाद उनका मूछों का ताव सभी दर्शकों को बेहद पसंद है। मैदान के बाहर भी शिखर चिल आउट दिखते हैं।
शिखर की इन्हीं अदाओं का एक दीवाना है, उत्तर प्रदेश के बलिया का रहने वाला राम बहादुर। वह लखनऊ में बतौर कंप्यूटर ऑपरेटर काम करते हैं।
हेयर कट के बाद हुआ एहसास
राम बहादुर की शिखर धवन जैसे दिखने और उनको कॉपी करने की कहानी बड़ी दिलचस्प है। दरअसल, साल 2013 में राम अपने पास के एक सैलून में बाल कटवाने गए थे। वहां हेयर ड्रेसर ने जब कटिंग पूरी कर ली तो उन्होंने राम को बताया कि उनकी शक्ल तो हु-बहु भारतीय क्रिकेटर शिखर धवन से मिल रही। कटिंग के बाद राम को हेयर ड्रेसर ने शिखर धवन की फोटो दिखाई, जिसे देखकर वह भी भौचक्के रह गए। उनके बाल से लेकर मूंछे तक सब शिखर से मैच कर रहीं थी।
शिखर मेरे भगवान हैं – राम
शिखर के हमशक्ल कहे जाने वाले राम ने इस मामले पर एक वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में कहा – मैंने शिखर सर का एक पोस्टर खरीदा था, जिसे अपनी दीवार पर लगाया था। मैं शीशे में बार-बार देख रहा था। मैं खुश था कि मैं किसी क्रिकेटर की तरह दिखता हूं। इस तरह मेरा पागलपन शिखर धवन के लिए शुरू हो गया। इसके बाद से मैं उसी सैलून पर जाता हूं। मैं शिखर धवन की तरह मूंछ रखता हूं, क्योंकि वो मेरे भगवान हैं। मैं उनको बहुत बारीकी से फॉलो करता हूं। उनके कपड़े उनकी मूंछें और उनके बाल की स्टाइल कॉपी करता हूं।”
2013 से शिखर धवन को कॉपी करने वाले राम बहादुर की उनसे मिलने की ख्वाहिश दो साल बाद साल 2015 में पूरी हुई थी।
उन्होंने कहा “9 मई को रायपुर में गर्मी और उमस थी। मैं हैदराबाद और दिल्ली का मैच देखने गया था। मैं टीम बस का इंतजार कर रहा था। जब टीम बस आई तो मैं शिखर सर को देखकर काफी खुश था। उन्होंने मुझे देखा और मुझे गले से लगा लिया। ये मरी पहली मुलाकात थी, जो यादगार रही। इसके बाद हमने इंस्टाग्राम पर एक-दूसरे से बात करना शुरू कर दिया था। अच्छी बात ये है कि वे मेरी हर बात का जवाब देते हैं।”
टीम इंडिया के सभी मैच के टिकट देते हैं शिखर
इसके बाद दोनों की मुलाकात नवबंर 2017 में भारत बनाम न्यूजीलैंड मैच से पहले प्रैक्टिस सेशन के दौरान हुई। राम ने कहा कि ‘शिखर को प्रैक्टिस करता देख मैंने चिल्लाया भगवान (God), तो उन्होंने देखा और मुस्कुराते हुए मुझसे पूछा कि तुम्हारे पास मैच टिकट है तो मैंने ना में उत्तर दिया।”
शिखर ने राम बहादुर को होटल में बुलाया और पास दिए थे। इस वक्त को याद करते हुए राम कहते हैं “मैं उनको करीब देखकर अपने आंसू नहीं रोक सका था। उन्होंने मुझे अपने परिवार से भी मिलाया था। इसके बाद से जब भी इंडिया का मैच होता है तो मुझे टिकट मिल जाते हैं।”
शिखर की तरह बेटे का नाम रखा जोरावर
शिखर के हमशक्ल राम के सिर दीवानगी कुछ इस कद्र चढ़ी कि उन्होंने अपने निजी जीवन में भी इसे सिरे से उतार लिया। पहले उन्होंने अपनी बेटी का नाम आलिया रखा और जब 2018 में उनको बेटा हुआ, तो उसका नाम जोरावर रख दिया। शिखर की बेटी (आलिया) और बेटे (जोरावर) का भी यही नाम है।
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