भारतीय क्रिकेट टीम (Team India) और ऑस्ट्रेलिया टीम के बीच तीन मैच की वनडे सीरीज ( IND VS AUS) का पहला वनडे मैच टीम इंडिया ने अपने नाम कर लिया। इस जीत के लिए रवींद्र जडेजा को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। हालांकि मैच में केएल राहुल (KL Rahul )ने भी बल्ले से बेहेतरीन पारी खेली।
केएल राहुल ने 82 के स्ट्राइक रेट से 91 गेंदों में 75 रन बनाए, जिसमें 7 चौके और एक शामनदार छक्का भी शामिल है। वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए इस मैच में टीम इंडिया कई बार मुश्किल में नजर आई। उस समय टीम ने क्या रणनीति बनाई, केएल राहुल ने प्रेजेंटेशन के दौरान बताया।
KL Rahul ने शुभमन, हार्दिक और जडेजा के साथ बल्लेबाजी पर कही बड़ी बात
केएल राहुल (KL Rahul ) ने शुभमन गिल, रवींद्र जडेजा और कप्तान हार्दिक पांड्या के साथ साझेदारी को लेकर बातचीत की। जिसमें केएल राहुल ने कहा “मैंने देखा कि तीन विकेट जल्दी गिर गए, स्टार्क गेंद को अच्छी तरह से स्विंग करा रहे थे और जब वह गेंद को वापस अंदर लाते हैं, तो वह एक खतरनाक गेंदबाज हैं। बस सामान्य क्रिकेट शॉट खेलने की कोशिश की। कुछ बाउंड्री दूर थी और इससे मेरी नर्वसनेस ठीक हो गई थी। मैंने शुभमन, हार्दिक और जडेजा के साथ बल्लेबाजी की। बात यह थी कि विकेट पर मदद मिल सकती है, लेकिन हम अपने अंदर घुसकर किसी खास गेंदबाज को आउट नहीं करने देना चाहते थे। हम सकारात्मक रहना चाहते थे और ढीली गेंदों को दूर रखना चाहते थे”।
जडेजा के साथ बल्लेबाजी में मजा आया: KL Rahul
केएल राहुल (KL Rahul ) ने आगे अपनी बातचीत में कहा “अगर हम बिना फुटवर्क के अच्छे हैं तो हम अच्छा कर सकते हैं और जडेजा के साथ बल्लेबाजी करना मजेदार रहा। जैसे ही बाएं हाथ का बल्लेबाज अंदर आया, मुझे कुछ ढीली गेंद मिली। बेहतरीन गेंदबाजों के साथ ऐसा होता है। बाएं हाथ का बल्लेबाज चल रहा है और इसने हमारे लिए काम किया। जड्डू ने अच्छी बल्लेबाजी की और वह विकेटों के बीच कड़ी मेहनत करता है। वह शानदार फॉर्म में हैं और उन्हें पता है कि ऐसे हालात में क्या करना है”।
पिच से शुरुआत मे मदद की उम्मीद थी
केएल राहुल (KL Rahul ) ने मैच में टीम के प्रदर्शन को लेकर कहा कि“जब हमने शुरुआत की थी तो मुझे नहीं लगा था कि पिच से गेंदबाजों को इतनी मदद मिलेगी। एक बार जब शमी अपने दूसरे स्पैल के लिए वापस आए तो उन्होंने कमाल कर दिखाया। जो भी टीम जीतना चाहती है उसे बीच के ओवरों में विकेट लेने होंगे। जब उछाल होता है तो मैं विकेट कीपिंग करना पसंद करता हूं। जब यह धीमा और नीचा होता है तो यह थोड़ा चुनौतीपूर्ण होता है, यह शारीरिक रूप से चुनौतीपूर्ण होता है। गेंद इधर-उधर घूम रही थी और मुझे यहां वानखेड़े में खेलने में मजा आता है”।
एक टिप्पणी भेजें