वीरेंद्र सहवाग ने चोटिल खिलाड़ियों को लेकर दिया बड़ा बयान, कहा – “हमारे समय में नहीं होती थी कोई इंजरी”

 


टीम इंडिया के कुछ प्रमुख खिलाड़ी पिछले कुछ समय से चोट के चलते टीम से बाहर चल रहे हैं। उन खिलाड़ियों में जसप्रीत बुमराह का नंबर सबसे उपर है। बुमराह पीठ की चोट के चलते काफी समय से मैदान से दूर हैं। वह पिछले साल भारत के लिए टी20 वर्ल्ड कप भी नहीं खेल पाए थे। उनके इस साल भारत में होने वाले विश्व कप में भी हिस्सा लेने पर संशय बरकरार है।

हाल ही में इंजर्ड प्लेयर्स की कड़ी में एक और खिलाड़ी का नाम जुड़ा वो हैं श्रेयस अय्यर। दाएं हाथ के यह बल्लेबाज पीठ में आई चोट के कारण ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एकदिवसीय मैचों की सीरीज से बाहर हो गए। पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग (Virender sehwag) ने इन खिलाड़ियों की इंजरी और फिटनेस पर सनसनीखेज टिप्पणी की है।

बुमराह के बाद श्रेयस अय्यर भी हुए इंजरी के शिकार

भारतीय तेज गेंदबाज और यॉर्कर स्पेशलिस्ट जसप्रीत बुमराह पिछले कुछ समय से पीठ की चोट से जूझ रहे हैं। हाल ही में वह सर्जरी के लिए न्यूजीलैंड गए थे। बता दें कि वहां उनकी सर्जरी सफलतापूर्वक हुई। हालांकि मैदान पर वापसी करने में जसप्रीत बुमराह को अभी लंबा समय लगने वाला है। इस तरह की चोट से फौरन उबरना किसी खिलाड़ी के लिए आसान नहीं होता।

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हाल ही में हुए आखिरी टेस्ट के दौरान टीम इंडिया के बल्लेबाज श्रेयस अय्यर भी पीठ की चोट से जूझते हुए नजर आए। दाएं हाथ के यह बल्लेबाज आखिरी टेस्ट में बैटिंग के लिए नहीं उतरे थे। यह नहीं,श्रेयस ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन एकदिवसीय मैचों की श्रंखला से तो बाहर हुए ही साथ ही वह आईपीएल के भी शुरुआती कुछ मुकाबलों में नहीं दिखाई देंगे।

“वेटलिफ्टिंग के कारण हो रहे चोटिल”

इस साल भारत में अंतराष्ट्रीय क्रिकेट का सबसे बड़ा टूर्नामेंट विश्व कप खेला जाएगा। साथ ही उससे पहले टीम इंडिया को इसी साल वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल और एशिया कप भी खेलना है। ऐसे में भारतीय टीम के लिए चोटिल हो रहे खिलाड़ी परेशानी का सबब हो सकते हैं।

टीम मैनेजमेंट को जल्द ही इसके पीछे का कारण पता कर उसपर काम करने की जरूरत है। इसी बीच पूर्व भारतीय बल्लेबाज (Virender sehwag) ने खिलाड़ियों के चोटिल होने के पीछे की असली वजह बताई। (Virender sehwag) ने कहा,

“क्रिकेट में वेटलिफ्टिंग नहीं करना चाहिए। इसकी बजाय आपको वो एक्सरसाइज करना चाहिए जिससे आपके गेम में सुधार हो। वेटलिफ्टिंग से आपको मजबूती मिलेगी लेकिन आप बुरी तरह से थकावट भी महसूस करेंगे। हमारे जमाने में आकाश चोपड़ा, गौतम गंभीर, राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, वीवीएस लक्ष्मण, एम एस धोनी या युवराज सिंह कभी भी बैक, हैम्स्ट्रिंग या फिर क्वाड इंजरी की वजह से बाहर नहीं हुए थे।”

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