“वह सचिन का भी रिकॉर्ड तोड़..” शुभमन गिल के बारे में इस दिग्गज क्रिकेटर ने कह दी बड़ी बात, क्रिकेट जगत में हो रही जमकर चर्चा

 


भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चौथे टेस्ट के तीसरे दिन का खेल समाप्त हुआ। ऑस्ट्रेलिया द्वार मिले 480 रनों के जवाब में भारतीय टीम ने मैच के तीसरे दिन अच्छा कमबैक किया। टीम के सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल(Shubman Gill) ने वनडे और टी20 का फॉर्म टेस्ट में भी बरकरार रखते हुए शानदार शतक जड़ा। उन्होंने आउट होने से पहले 128 शानदार रन ठोके। उनकी इस पारी की बदौलत टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया के सामने मुकाबले में वापसी कर पाई। उनकी इस पारी की हर कोई प्रशंसा कर रहा है। पूर्व भारतीय दिग्गज खिलाड़ी और लिटिल मास्टर सुनिल गावस्कर ने उनकी तारीफों के पुल बांधे हैं।

टीम इंडिया को अच्छी शुरुआत दी

भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच चौथे टेस्ट का तीसरा दिन टीम इंडिया के नाम रहा। भारत ने सिर्फ तीन विकेट खोए और स्कोरबोर्ड पर 289  रन लगाए। भारत के उपरी क्रम के बल्लेबाजों में शुभमन गिल(Shubman Gill) और विराट कोहली सहित सबने अच्छा योगदान दिया। शुभमन गिल(Shubman Gill) ने बेहतरीन पारी खेलते हुए शानदार शतक लगाया। उन्होंने अपनी 128 रनों की पारी में 12 चौके और एक गगनचुंबी छक्का लगाया। रोहित शर्मा का विकेट जल्दी गिरने के बाद भी उन्होंने रन बनाना जारी रखा और अपना दूसरा शतक जड़ दिया।

सुनिल गावस्कर ने जमकर की तारीफ

टॉस जीतकर पहले खेलते हुए कंगारुओं ने एक विशाल स्कोर खड़ा किया। किसी भी टीम के लिए इतने बड़े स्कोर का पीछा करना आसान नहीं होता। ऐसे में भारतीय टीम को जरूरत थी तो एक अच्छी पारी की। वो पारी खेली दाएं हाथ के बल्लेबाज शुभमन गिल(Shubman Gill) ने। उन्होंने सम्पूर्ण धैर्य के साथ बैटिंग करते हुए आक्रामक शॉट खेलने के साथ-साथ सिंगल डबल भी लिया। इस बल्लेबाज की शानदार पारी के लिए पूर्व भारतीय लेजेंड क्रिकेटर सुनिल गावस्कर ने उनकी तारीफ में कसीदें पढ़ें हैं।

“उनके पास बहुत समय है। जब वह रक्षात्मक शॉट खेलते हैं, तो जिस तरह से वह आगे झुकते हैं, यहां तक ​​कि मिचेल स्टार्क के खिलाफ भी… वह बल्ला सीधा रखता है। यह देखना बहुत सुखद था। इससे पता चलता है कि उसमें आत्मविश्वास है। वह सिर्फ बैकफुट पर ही नहीं खेलता है। उसका पैर आगे बढ़ता है और उसके पास एक ठोस आक्रमण ही नहीं बल्कि एक ठोस डिफेंस भी है। और टेस्ट क्रिकेट में आपको इसकी जरूरत होती है।”

“तेज गेंदबाजों के खिलाफ आगे और पीछे घूमना बहुत आसान नहीं है। लेकिन वह लाइन और लेंथ बहुत अच्छी तरह से पिक करता है। किसी भी बल्लेबाज़ के पास अगर टाइम हो, उसे अगर अपने करियर को संभला, तो आगे जाकर टेस्ट में 8,000-10,000 रन आराम से कर लेगा।”

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