IND vs AUS: चेतेश्वर पुजारा ने रोहित शर्मा के विपरीत इन 2 खिलाड़ियों को दिया दूसरे टेस्ट में मिली जीत का पूरा श्रेय

चेतेश्वर पुजारा: आज भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बार्डर-गावस्कर ट्राॅफी के दूसरे टेस्ट के तीसरे दिन का खेल खेला जा गया. भारत ने आज चौथे पारी में 115 रन का लक्ष्य चेस करके ऑस्ट्रेलिया को लगातार दूसरे टेस्ट में हरा दिया. कल सुबह 61 रन से आगे खेलते हुए ऑस्ट्रेलियाई टीम आज तास के पत्तों क तरह ढह गई.

दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलियाई टीम सिर्फ 113 रन बना सकी भारत के तरह से रविन्द्र जडेजा ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 7 सफलताएं प्राप्त की. चौथी पारी में भारत को 115 रन का लक्ष्य मिला. जिसके जवाब में भारतीय टीम 4 विकेट खोकर यह लक्ष्य प्राप्त कर ली.

100वां टेस्ट खेलने वाले चेतेश्वर पुजारा ने कही ये बात

पोस्ट मैच प्रजेंटेशन में बोलते हुए चेतेश्वर पुजारा ने कहा कि,

“यह एक शानदार टेस्ट मैच रहा, दुर्भाग्य से मुझे पहली पारी में कोई रन नहीं मिला, लेकिन मुझे पता था कि अगर मैं पहले 10 मिनट रुकता हूं तो मैं रन बना सकता हूं. एक खास अहसास, बहुत नर्वस था, क्योंकि मेरा पूरा परिवार वहां था. विजयी बाउंड्री मारने पर अच्छा महसूस कर रहा हूं. सभी लोगों को बधाई (सौराष्ट्र की रणजी जीत पर), लंच तक स्कोर का अनुसरण कर रहा था. शानदार उपलब्धि, हम पिछले कुछ वर्षों में लगातार बने रहे हैं और पिछले 4 वर्षों में यह हमारा दूसरा खिताब है.”

चेतेश्वर पुजारा ने कहा स्पिव शाॅट का किया है बहुत अभ्यास

चेतेश्वर पुजारा ने आगे कहा कि,

“मैंने सोचा था कि हम 200-250 के आसपास कुछ का पीछा करेंगे, इसलिए हम ऐसा करने के लिए तैयार थे. हम कल की गेंदबाजी से थोड़े निराश थे, हमने कुछ ज्यादा रन खर्च किए, लेकिन आज वे (जडेजा और अश्विन) शानदार थे. यह कम बाउंस (स्वीप शॉट के बारे में बात करते हुए) के कारण खेलने के लिए एक आदर्श शॉट नहीं है, लेकिन मैंने इसे खेलने का काफी अभ्यास किया है. मैं अपने पैरों का इस्तेमाल करने की कोशिश करता हूं, ऐसे टर्निंग विकेट पर इस तरह से खेलना हमेशा बेहतर होता है.”

क्या यह बल्लेबाजी करने के लिए कठिन विकेटों में से एक था? इस सवाल का जवाब देते हुए चेतेश्वर पुजारा ने कहा कि

“वास्तव में नहीं यह प्रारंभिक चरण है, आपको पिच की गति प्राप्त करने की आवश्यकता है, कुछ गेंदें घूमती हैं, कुछ सीधे जाती हैं – एक बार जब आप अंदर होते हैं, 30 के बाद- 35 गेंदें, एक बार जब गेंद नरम हो जाती है, तो आप ऐसी स्थिति में पहुंच जाते हैं, जहां आप आत्मविश्वास के साथ अपने शॉट खेल सकते हैं.”

0/Post a Comment/Comments