‘मैं धोनी का राइट हैंड था, उन्होंने ही मुझे कप्तान चुना’, तीसरे टेस्ट मैच से पहले कप्तानी पर विराट कोहली ने दिया बड़ा बयान

 


भारतीय टीम के पूर्व कप्तान रह चुके विराट कोहली ने लंबे समय तक भारतीय टीम की कमान संभाली है। उनकी कप्तानी में जहां भारतीय टीम कोई भी बड़ा खिताब हासिल करने में नाकामयाब रही तो वही विराट कोहली की कप्तानी में आईपीएल फ्रेंचाइजी आरबीसी की टीम भी एक भी खिताब जीतने में नाकामयाब साबित हुई। फिलहाल कोहली ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के पॉडकास्ट में इस मुद्दे पर खुलकर बात की है।

धोनी ने ही किया था उनका चयन

दरअसल विराट ने पॉडकास्ट पर अपनी और धोनी के बारे में बातचीत की उन्होंने बताया कि महेंद्र सिंह धोनी ने उन्हें अपने उत्तराधिकारी के तौर पर चुना था बता दें कि इससे पहले भी विराट अपने और होने के करीब रिश्ता को लेकर के कई बार बोल चुके हैं उन्होंने अपनी बात को आगे बढ़ाया और कहा कि“धोनी से मुझे कप्तानी मिलने में कुछ भी अजीब नहीं था। उन्हें पता था कि दिल्ली के खिलाड़ियों के अंदर खेल की अच्छी समझ होती है। इसलिए उन्होंने मुझे चुना था। इसमें और दूसरी कोई भी बात नहीं थी। अगर आप कप्तान होते हैं और आपके नेतृत्व में कोई ऐसा होता है जो जिम्मेदारी संभाल सके और उपकप्तान भी हो तो ऐसा होता है। “

विराट थे धोनी का राइट हैंड

दरअसल विराट ने आगे कप्तानी संभालने के बाद धोनी के साथ चर्चा करने पर यह भी कहा कि“मैं हमेशा उनके साथ चर्चा करता था और बात करता था कि फील्ड पर क्या करना चाहिए। मैं उनकी कप्तानी में भी उनको सुझाव देता था जिस पर हम काम करते थे। तो मैं हमेशा उनका राइट हैंड मैन था। मैं हमेशा खेल को समझता था और हमें उनके साथ आत्मविश्वास भी मिलता था। साथ ही टीम के लिए मैच विनिंग पारियां खेलने के बाद भी हमें कॉन्फिडेंस मिलता था।”

लोगों ने मुझे फेल समझा

विराट कोहली के नेतृत्व में टीम इंडिया का प्रदर्शन आंकड़ों के हिसाब से तो अच्छा था लेकिन कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया कोई भी आईसीसी ट्रॉफी जीतने में नाकामयाब रहे इस पर उन्होंने चर्चा करते हुए कहा कि“आप टूर्नामेंट जीतने के लिए ही खेलते हैं। हम 2017 चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल खेले, वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में पहुंचे और टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भी गए। फिर ही लोगों ने मुझे एक फेल कैप्टन कहा। इस मुद्दे पर मैं कभी खुद को जज नहीं करता। जब हम एक टीम के तौर पर खेलते हैं तो हम इस पर ध्यान देते हैं कि क्या हमने पाया। मेरे लिए वहीं मैटर करता है। हम कल्चर पर ध्यान देते हैं। टूर्नामेंट एक समय के लिए होते हैं लेकिन कल्चर हमेशा बना रहता है। कल्चर के लिए आपको स्थिरता चाहिए होती है।”

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