IND vs SL: “ये दुनिया के सबसे बेहतरीन टी20 क्रिकेटर हैं…” हार्दिक पंड्या ने इन 3 खिलाड़ियों को दिया 2-1 से टी20 सीरीज जीतने का पूरा श्रेय


हार्दिक पंड्या की कप्तानी में भारतीय टीम ने श्रीलंका को राजकोट (गुजरात) में खेले गए सीरीज (IND vs SL) के तीसरे और निर्णायक मुकाबले में 91 रन के बड़े अंतर से पटखनी दे दी। 

शनिवार को हुए इस मुकाबले में टीम इंडिया ने इसी के साथ सीरीज पर दो-एक के अंतर से कब्जा कर लिया। हार्दिक पंड्या की कप्तानी में यह टीम इंडिया की लगातार तीसरी टी20 सीरीज जीत है। भात की इस जीत के पीछे टीम के सुपर स्टार बैट्समैन सूर्यकुमार यादव की विस्फोटक पारी ने अभी अहम योगदान निभाया। 

भारत ने खड़ा किया था विशाल स्कोर

भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया था। इंडिया ने 20 ओवर में यादव की 112* रनों की आतिशी शतकीय पारी की बदौलत 228/5 रन का स्कोर खड़ा किया था। जवाबी पारी में लंका के कप्तान दसुन शनाका की टीम 137 रन बनाकर ढेर हो गई। 

भारत के लिए सबसे ज्यादा तीन विकेट अर्शदीप सिंह ने लिए जिनका पिछला मैच काफी खराब रहा था। उन्होंने तीन विकेट 20 रन देकर चटकाए। वहीं, 2-2 विकेट सफलता से हार्दिक, युजवेंद्र चहल और उमरान मलिक ने चटकाए।

हार्दिक पंड्या अपनी टीम के प्रदर्शन से बेहद खुश

पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन में कप्तान हार्दिक पंड्या ने कहा, “मुझे लगता है कि वह (स्काई) हर पारी में हर किसी को हैरान करता रहा है कि वह बल्लेबाजी कर रहा है। वह बस हमें बता रहे हैं कि बल्लेबाजी करना कितना आसान है। अगर मैं उसे गेंदबाजी कर रहा होता, तो उसकी बल्लेबाजी देखकर मुझे निराशा होती। राहुल त्रिपाठी का खास जिक्र- गेंद कुछ कर रही थी, लेकिन उन्होंने गजब का इरादा दिखाया। फिर स्काई ने अपना काम किया। आपको उसे कुछ भी बताने की जरूरत नहीं है, वह जानता है कि उसे क्या करना है। अगर ऐसी कोई स्थिति है जहां वह अनिश्चित है, तो हम चैट करते हैं, लेकिन अक्सर नहीं, वह जानता है कि क्या करना है।”

वहीं अक्षर पटेल की तारीफ़ करते हुए कप्तान हार्दिक पंड्या ने कहा कि“मुझे उस पर (अक्षर) वास्तव में गर्व है, जिस तरह से वह नीचे के क्रम में बल्लेबाजी कर रहा है और हिट कर रहा है। इससे उन्हें और टीम को भी काफी आत्मविश्वास मिलेगा। कप्तान के रूप में मेरे जीवन का मकसद यही रहा है कि मैं अपने खिलाड़ियों का साथ दूंगा। ये है भारत के सबसे बेहतरीन टी20 क्रिकेटर और इसलिए यहां पर हैं। इस प्रारूप में संदेह की कोई गुंजाइश नहीं है और हम खिलाड़ियों का सही तरीके से समर्थन कर रहे हैं। सीरीज में हम जिस तरह से खेले वह सुखद है, हमने दूसरे गेम में अपना 50 प्रतिशत भी खेल नहीं खेला, लेकिन फिर भी हमने अच्छा संघर्ष किया।”

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