अर्जुन तेंदुलकर ने बल्ले के बाद गेंद से बरपाया कहर, शतक लगा चुके कप्तान के भी उड़े होश, चटका डाले इतने विकेट


क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने 10 साल पहले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। उनके संन्यास लेने के 10 साल बाद उनका बेटा अर्जुन तेंदुलकर भारत के घरेलू क्रिकेट में धमाल मचा रहा है। अर्जुन तेंदुलकर ने इस साल रणजी ट्रॉफी में गोवा की ओर डेब्यू किया था। उन्होंने अपने पहले ही मैच में शतक लगाकर अपने पिता के 36 साल पुराने रिकॉर्ड को दोहराया था।

सर्विसेज के खिलाफ की शानदार गेंदबाजी

अर्जुन तेंदुलकर ने बल्ले के बाद अब गेंद से रणजी ट्रॉफी में कहर बरपाया है। उन्होंने मंगलवार को सर्विसेज के खिलाफ शानदार गेंदबाजी की। उन्होंने 13 ओवर में 27 रन देकर 2 विकेट हासिल किए। उनकी गेंदबाजी के दम पर सर्विसेज की टीम महज 175 रन पर आलॅआउट हो गई।

अर्जुन ने सर्विसेज के खिलाफ शुरूआत से ही बड़ी शानदार गेंदबाजी की। उन्होंने शुरूआत में ही सर्विसेज के ओपनर रवि चौहान को 4 रन के स्कोर पर पगबाधा आउट कर दिया। इसके बाद उन्होंने कंजूसी से गेंदबाजी की।

उन्होंने कुछ समय बाद कप्तान रजत पालीवाल को भी पगबाधा आउट किया। जिन्होंने 26 रनों की पारी खेली। अर्जुन ने अपने 13 ओवर के स्पैल में 3 ओवर मेडन फेंके जबकि उन्होंने 2 की इकोनॉमी से रन दिए।

डेब्यू में जड़ा था शतक

वहीं आपको बता दें कि पिछले कुछ सालों से अर्जुन तेंदुलकर मुंबई की ओर से रणजी ट्रॉफी खेलने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन उन्हें डेब्यू करने का मौका नहीं मिल रहा था। जिसके बाद इस साल उन्होंने गोवा की ओर से डेब्यू किया। उन्होंने अपने पहले ही मैच में शतक जड़कर सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया।

अर्जुन तेंदुलकर ने अब तक रणजी ट्रॉफी के 5 फर्स्ट क्लास मुकाबले में 45 की औसत से 9 विकेट लिए हैं और 25 की औसत से 151 रन भी बनाए हैं। इसमें 120 उनका सर्वाोच्च स्कोर रहा है।

अर्जुन तेंदुलकर ने अपनी गेंदबाजी में राजस्थान के खिलाफ 3 विकेट, झारखंड के खिलाफ 1, कर्नाटक के खिलाफ 2, केरल के खिलाफ 2 और पुड्डुचेरी के किलाफ 1 विकेट अर्जित किए हैं।

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