सरफराज खान पर भड़के मुंबई के चयनकर्ता कहा “ऐसा करके सरफराज का भारतीय टीम में चयनित होने में कोई भला नहीं होगा”


पिछले कुछ समय से घरेलू क्रिकेट में सबसे ज्यादा चर्चा में रहा है तो वह नाम है, सरफराज खान। जो लगातार अपने बल्ले से रन बरसा रहे हैं। सरफराज खान ने रणजी ट्रॉफी में पिछले तीन सेशन में कुल 2441 रन बनाए हैं। लेकिन इतने धमाकेदार प्रदर्शन के बाबजूद उन्हें टीम में जगह नहीं मिल रही है। सरफराज इस कारण से काफी नाराज भी नजर आ रहे हैं।

उनको लेकर कई पूर्व क्रिकेटर और बीसीसीआई अधिकारी भी बयान दे चुके हैं। अब इसी बीच मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन ने भी एक चयनकर्ता ने बड़ा बयान दिया है।

बयानबाजी से बचने की दी सलाह

हाल ही में मुंबई के चयनकर्ता मुंबई के चीफ सेलेक्टर मिलिंद रेगे ने एक अखबार से बातचीत की। जहां उन्होंने कहा कि सरफराज को सार्वजनिक बयानबाजी से बचकर अपने प्रदर्शन पर ध्यान लगाना चाहिए क्योंकि हास्यासपद बयानबाजी से उनका भला होने नहीं जा रहा। टीम इंडिया में चयन के खिलाफ उन्हें बयानबाजी से बचना चाहिए। उन्हें अपनी बैटिंग पर ध्यान बनाए रखने की जरूरत है।

मुंबई के चयनकर्ता रेगे ने आगे कहा कि निश्चित तौर पर यह सरफराज के लिए मुश्किल स्थिति है, लेकिन यह भी समझने की जरूरत है कि टीम में कैसी प्रतिस्पर्धा चल रही है। तीन से चार खिलाड़ियों के बीच एक जगह के लिए मारामारी चल रही है।

अब जबकि विराट कोहली, पुजारा, चेतेश्वर पुजारा और संभवत: रवींद्र जडेजा फिर से वापसी करने जा रहे हैं, तो सरफराज को अपनी बारी का इंतजार करना होगा। वर्तमान टीम में उनके लिए जगह नहीं है।

राहुल, सचिन और सौरव से की तुलना

मुंबई के चयनकर्ता ने सरफराज के लिए राहुल द्रविड़ और सचिन तेंदुलकर के भी उदाहरण दिए। उन्होंने कहा कि इसमें दोहराय नहीं कि सरफराज बेहतरीन फॉर्म में हैं, लेकिन इसके लिए भारतीय बल्लेबाजी क्रम में जगह तो हो। जब जगह बनेगी, तो उन्हें जरूर मौका मिलेगा, लेकिन वर्तमान में जगह ही कहां है?

रेगे ने सरफराज के सामने वर्तमान में मुंबई के कोच अमोल मजूमदार का उदाहरण भी रखा, जो कई सेशन रनों का अंबार लगाने के बावजूद कभी भारतीय टेस्ट टीम का हिस्सा नहीं बन सके। उस दौर में सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, वीवीएस लक्ष्मण और सौरव गांगुली मिड्ल ऑर्डर में थे। ऐसे में मजूमदार कभी टेस्ट टीम में चयनित नहीं हुए।

सालों बाद यह माना जाता है कि मजूमदार ऐसे खिलाड़ी रहे, जो भारत के लिए खेलने के सबसे ज्यादा हकदार होने के बावजूद कभी देश के लिए नहीं खेले।

आपको बता दें कि अमोल मजूमदार घरेलू क्रिकेट के दिग्गज खिलाड़ी रहे हैं। उन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 171 मैच खेले हैं। उन्होंने 48.1 की औसत से 11167 रन बनाए। हालांकि इतने शानदार रिकॉर्ड के बाबजूद उन्हें एक भी अंतरराष्ट्रीय मुकाबला खेलने को नहीं मिला।

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