टीम इंडिया में मौका नहीं मिलने पर मुरली विजय ने बोर्ड पर निकाली भड़ास, कहा- ’30 पार होते ही समझा जाता है 80 साल का बुजुर्ग’


भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने शुक्रवार देर रात न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आगामी सीरीज के लिए टीम की घोषणा की। टीम इंडिया को न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज, फिर टी-20 सीरीज खेलनी है। वहीं ऑस्ट्रेलिया के साथ टेस्ट सीरीज खेलनी है। अनुभवी मुरली विजय को एक बार फिर टीम में मौका नहीं मिला, जिसके बाद उन्होंने बोर्ड पर निशाना साधा है।

तमिलनाडु के वर्तमान क्रिकेटर ने अपने क्रिकेट करियर को थोड़ा और जारी रखने की इच्छा व्यक्त की है, लेकिन वे अब विदेशों में मौके तलाशेंगे।

क्रिकेटर की बातें बोर्ड को लग सकती है बुरी

मुरली विजय ने पूर्व क्रिकेटर डब्ल्यूवी रमन के साथ एक शो के दौरान बातचीत में कहा, भारतीय बोर्ड के साथ मेरा नाता लगभग समाप्त हो चुका है। मैं विदेशों में मौके देखना चाहता हूं। मैं अभी कॉम्पिटिटीव क्रिकेट खेलना चाहता हूं। भारत में यह धारणा बन गई है कि 30 साल का होते ही क्रिकेटरों को नजरअंदाज किया जाने लगता है। हमें 80 साल का बुजुर्ग समझ लिया जाता है।

विजय ने आगे कहा, मैं किसी तरह के विवाद में नहीं पड़ना चाहता। मीडिया को भी इसे दूसरी तरह देखना चाहिए। मुझे लगता है कि मैं अभी भी उसी तरह बल्लेबाजी कर सकता हूं, जैसे करता था। लेकन दुर्भाग्यशाली कहूं या भाग्यशाली यहां मौके कम हैं। ऐसे में बाहर अवसर देखने होंगे।

अनुभवी बल्लेबाज ने कहा कि मैं ईमानदारी से एक व्यक्ति के रूप में महसूस करता हूं, आप केवल वही कर सकते हैं जो आपके हाथ में है। आप अनियंत्रित को नियंत्रित नहीं कर सकते। जो हुआ सो हुआ।

2018 में आखिरी बार खेले

मुरली विजय ने भारत के लिए 61 टेस्ट मैचों में 3928 रन और 17 वनडे मैचों में 339 रन बनाए हैं। वह आखिरी बार 2018 में पर्थ में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारत के लिए खेले थे। बाद में खराब फॉर्म की वजह से वह टीम से बाहर कर दिए गए और फिर वापसी नहीं कर पाए।

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