बीसीसीआई में व्याप्त राजनीति की वजह से समय से पहले ही खत्म हो रहा है इन 3 खिलाड़ियों को करियर, अब तक दिग्गजों में होती तुलना


किसी भी क्षेत्र मे पैसा बहुत ही जरूरी होता है. पैसे का अर्थ है पॉवर. क्रिकेट की दुनिया में बीसीसीआई के पास बेशुमार दौलत है. इस दौलत से कभी-कभी व्यक्ति और समूह के पास अंहकार भी आ जाता है. इसी अंहकार के वजह से बीसीसीआई ने कई खिलाड़ियों का कैरियर बर्बाद कर दिया है. आइए इस लेख में बात करते हैं ऐसे तीन खिलाड़ियों की जिनका कैरियर बीसीसीआई ने बर्बाद कर दिया है.

कुलदीप यादव

कुलदीप यादव को लंबे समय बाद बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज में मौका मिल था. उन्होंने इस मौके का फायदा उठाते हुए शानदार प्रदर्शन किया था. कुलदीप ने पहली पारी में पांच और दूसरी पारी में तीन विकेट लिया था. साथ ही कुलदीप के बल्ले से 40 रन भी निकले थे.

इस शानदार प्रदर्शन के बाद कुलदीप यादव को मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार भी मिला था, लेकिन भारतीय टीम मैनेजमेंट ने इसके अगले ही मैच में कुलदीप यादव को मैच से बाहर कर दिया था. अब उम्मीद जताई जा रही है कुलदीप यादव को लंबे समय तक टीम से बाहर रखा जाएगा.

अमित मिश्रा

अमित मिश्रा भारत के सबसे बेहतरीन लेग स्पिनर में से एक है. अमित मिश्रा ने अपना आखिरी मैच 29 अक्टूबर 2016 को विशाखापत्तनम में खेला था. अमित मिश्रा ने उस मैच में शानदार गेंदबाजी करते हुए 6 ओवर में 18 रन देकर 5 विकेट झटके थे और इस दौरान उनका बॉलिंग इकोनॉमी रेट 3.00 का रहा था.

इस मैच में मिश्रा जी को मैन ऑफ द मैच का अवॉर्ड मिला था. लेकिन बीसीसीआई को पता ना क्या सुझा कि इसके बाद अमित मिश्रा को भी मौका ही नही दिया. अमित मिश्रा अब 40 साल के हो गए हैं और संन्यास लेने के करीब हैं.

भुवनेश्वर कुमार

भुवनेश्वर कुमार एक समय में भारत के सबसे प्रमुख गेंदबाज थे. उनकी घुमती गेंदो का जवाब किसी के पास नही होता था. लेकिन बीसीसीआई ने अब भुवनेश्वर कुमार को टेस्ट क्रिकेट से ऐसा बाहर किया है जैसे कुमार फिर कभी टेस्ट क्रिकेट में दिखेंगे ही नही.

भुवनेश्वर कुमार ने साल 2018 में अपने आखिरी टेस्ट मैच में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जोहानिसबर्ग में 63 रन बनाए थे और 4 बड़े विकेट्स भी झटके थे. लेकिन फिर भी इसके बाद उनको फिर कभी टेस्ट में मौका नही दिया गया.

0/Post a Comment/Comments