भारत ने बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में अपनी पकड़ को मजबूत कर लिया है। तीसरे दिन भारतीय गेंदबाजों ने खेल को शुरू किया और घंटे भर के अंदर ही मेजबान टीम की पहली पारी 150 रनों पर ही ऑल आउट हो गई । भारत ने इसी के साथ 254 रनों की बढ़त को हासिल किया है।
इस मुकाबले में ऐसा लग रहा था कि भारत बांग्लादेश को फॉलोऑन देगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ और भारत बल्लेबाजी करने मैदान पर आ गयी। जिसके बाद से सोशल मीडिया पर बहस छिड़ चुकी है। आपको बताते हैं कि आखिर इंडिया ने यह फैसला क्यों लिया।
गेंदबाजों के लिए जरूरी है आराम
भारत के गेंदबाज पिछले 10 दिनों से लगातार गेंदबाजी कर रहे हैं। ऐसे में उनसे लगातार गेंदबाजी करवाना बिल्कुल भी सही नहीं है। अगर भारतीय गेंदबाज आज भी मैदान पर लगातार टिके रहते हैं तो उनके चोटिल होने की संभावना बढ़ सकती थी। जिसकी वजह से भारत ने बांग्लादेश को फॉलोऑन देने का फैसला किया। ताकि भारत के गेंदबाजों को आराम मिल सके और वह चौथी पारी में पूरे आक्रमक तरीके से बांग्लादेश के ऊपर हावी हो सके।
आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप में नहीं होगा कुछ खास फायदा
अगर टीम इंडिया बांग्लादेश को 254 रनों से पहले रोक देता है तो वह एक पारी से इस मैच को जीत जाता और वर्ल्ड कप टेस्ट चैंपियनशिप के नियम के मुताबिक किसी भी टीम को मैच जीतने के लिए 2 पॉइंट मिलते हैं।
चाहे वह पहली पारी में जीते या फिर 1 रन से जीता ऐसे में टीम इंडिया को पॉइंट टेबल में 2 पॉइंट ही मिलने हैं, तो फॉलोऑन देकर भारतीय टीम रिस्क नहीं लेना चाहती थी।
आकाश चोपड़ा ने किया टीम के निर्णय को सपोर्ट
भारतीय टीम के फॉलो ऑन को लेकर छिड़ी बहस पर कमेंटेटर और पूर्व क्रिकेटर खिलाड़ी आकाश चोपड़ा ने पर अपना बयान दर्ज कराया है और इस निर्णय का समर्थन किया है उन्होंने एक ट्विटर यूजर पर रिप्लाई देते हुए कहा है किI’m with you on this. 100%. There are still 2.5 days of cricket left in this Test. https://t.co/9F4YqzlUjW
— Aakash Chopra (@cricketaakash) December 16, 2022
“अभी भी मैच में 2.5 दिन बचे हैं ऐसे में इतनी जल्दी क्या है? इस पर आकाश चोपड़ा ने लिखा है कि मैं इससे 100 प्रतिशत सहमत हूं। अभी 2.5 दिन का खेल बचा है।”
Post a Comment